Hathras Stampede: हाथरस में मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत के चार दिन बाद धर्म उपदेशक भोले बाबा ने कैमरे के सामने आकर अपनी सफाई दी। उन्होंने हादसे में हताहत लोगों के प्रति संवेदनाएं जताते हुए शासन प्रशासन पर भरोसा रखने की बात कही।
2 जून को हाथरस में उस समय भगदड़ मच गई थी, जब नारायण साकार हरि सत्संग में प्रवचन देकर वापस जाने के लिए अपनी गाडी की तरफ बढ़ रहे थे।श्रद्धालु भोले बाबा के पांव छूकर आशीर्वाद लेने की होड़ में दौड़ पड़े थे और भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी और 300 से अधिक लोग घायल हो गए थे। मरने वालों में अधिकतर महिलाएं और बच्चे हैं। अब हादसे के चार दिन बाद भोले बाबा ने कैमरे के सामने आकर अपनी सफाई दी।
सूरजपाल सिंह उर्फ़ नारायण साकार हरी उर्फ़ भोले बाबा ने हादसे पर दुःख जताते हुए कहा,”मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदनाएं,घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना। इस घटना से मेरा मन आहत हुआ। शासन और प्रशासन पर भरोसा रखें। उपद्रवियों को छोड़ा नहीं जाएगा। भगवान हमे इस दर्द को सहने की शक्ति प्रदान करे। मैंने अपने वकील एपी सिंह के माध्यम से समिति के सदस्यों से शोक संतप्त और घायलों के परिवारों के साथ खड़े रहने और जीवन भर उनकी मदद करने का अनुरोध किया है। सभी महामन का सहारा न छोड़ें , वर्तमान में वही माध्यम हैं। ”
बता दें, 2 जुलाई को हाथरस के सत्संग में मची भगदड़ में 121 लोगों की जान चली गई थी। इस हादसे में 300 अधिक लोग घायल हो गए थे। मध्य प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा समेत कई राज्यों के लोग इस सत्संग में हिस्सा लेने आए थे।
फुलरई गांव में हुए इस हादसे के मुख्य आरोपी मधुकर ने दिल्ली में यूपी पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है। मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर सत्संग का मुख्य आयोजक था। उसके अलावा इस मामले में छह अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चूका। घटना के बाद यूपी सरकार ने एक जांच समिति का गठन किया है। यूपी की स्पेशल टास्क फोर्स ने 100 लोगों के ब्यान वाली रिपोर्ट राज्य के सीएम योगी आदित्यनाथ को सौंप दी है। यूपी सरकार ने हादसे में मारे गए लोगो के परिवारों को 2-2 रुपए देने की घोषणा की है।