Nobel Peace Prize 2025: Maria Corina Machado वेनेजुएला की प्रमुख विपक्षी नेता हैं , को नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन्हें यह नोबेल शांति पुरस्कार शांतिपूर्ण तरीके से तानाशाही के खिलाफ लड़ने के लिए मिला है। दूसरी तरफ अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी छाती पीटते रह गए।
Nobel Peace Prize 2025 की घोषणा
10 अक्टूबर को Norwegian Nobel Committee ने 2025 के नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा की। जिसमें वेनेजुएला की प्रमुख विपक्षी नेता Maria Corina Machado को यह प्रतिष्ठित सम्मान दिया गया। Nobel Peace Prize उन्हें वेनेजुएला में लोकतान्त्रिक मजबूती और तानाशाही के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से संक्रमण की दिशा में संघर्ष के लिए प्रदान किया गया।
Nobel Peace Prize 2025 के सपने लेते रह गए ट्रंप
दूसरी तरफ अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जो खुद भारत पाकिस्तान समेत विभिन्न युद्धों को रोकने का क्रेडिट देते रहे, Nobel Peace Prize से वंचित रह गए। मीडिया में ट्रंप के नाम की अटकलें जोरों पर थीं। हाल ही में इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने ट्रंप को नोबल शांति पुरस्कार देने की पैरवी की थी। लेकिन Nobel Committee उन्हें नजरअंदाज पर दिया।
Maria Corina Machado कौन हैं , जिन्हे नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मनित किया गया
Maria Corina Machado का जन्म 1967 में हुआ। मरिया मचाडो एक इंजीनियर , अर्थशास्त्री और राजनीतिक कार्यकर्ता हैं। वे 2002 में स्थापित Vente Venezuela पार्टी की संस्थापक हैं। मारिया अपने देश में लोकतंत्र और मानवाधिकारों की पैरवी करती हैं।
Maria Corina Machado के प्रमुख योगदान
- वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो की तानाशाही के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करना।
- 2024 के राष्ट्रपति चुनावों में उन्हें उम्मीदवार बनने से रोक दिया गया, लेकिन उन्होंने भूमिगत रहते हुए (हाइडिंग में) आंदोलन चलाया।
- मानवाधिकारों की रक्षा, भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज और शांतिपूर्ण तरीके से सत्ता परिवर्तन की मांग।
- नोबेल कमेटी ने उन्हें “लैटिन अमेरिका में नागरिक साहस का असाधारण उदाहरण” बताया।
पुरस्कार की घोषणा के बाद Maria Corina Machado ने भावुक होकर कहा, “मैं सदमे में हूं… खुशी से सदमे में।” यह पुरस्कार वेनेजुएला के लोगों के संघर्ष को वैश्विक मंच पर मान्यता देता है। जहां तानाशाही के खिलाफ लाखों लोग सड़कों पर उतर चुके हैं।
सात युद्ध रुकवाने का क्रेडिट लेते रह गए ट्रंप
ट्रंप ने लंबे समय से नोबेल शांति पुरस्कार का दावा किया है। वे खुद को मध्य पूर्व में अब्राहम समझौतों (Abraham Accords), अफगानिस्तान से सैनिक वापसी और हाल ही में कथित रूप से भारत-पाकिस्तान जैसे संघर्षों को रोकने का श्रेय देते रहे हैं।
ट्रंप प्रशासन ने वेनेजुएला पर कड़े प्रतिबंध लगाए और मादुरो सरकार को कमजोर करने के प्रयास किए। ट्रंप ने दावा किया कि उनके प्रयासों से ही वेनेजुएला में शांति की राह बनी। लेकिन कमेटी ने स्पष्ट रूप से माचाडो को चुना, जो ट्रंप के दावों पर करारा प्रहार है।
Nobel Peace Prize 2025 की राशि
Nobel Peace Prize 2025 न केवल वेनेजुएला के लोकतंत्र आंदोलन को मजबूती देगा। बल्कि वैश्विक स्तर पर तानाशाही के खिलाफ शांतिपूर्ण संघर्ष को प्रेरित करेगा। माचाडो पुरस्कार स्वीकार करने ओस्लो जाएंगी, जहां दिसंबर में समारोह होगा। पुरस्कार राशि लगभग 11 मिलियन Swedish क्रोना (करीब 1 मिलियन डॉलर) है।
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