कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों ने शुक्रवार शाम को एक संदिग्ध को पकड़ा था। जिसने प्रेस कॉन्फ्रेंस में चार नेताओं की हत्या करने की प्लानिंग के बारे में मीडिया के सामने कहा था।
आरोपी ने पुलिस के सामने अपना बयान पलटा
अब वह शख्स अपने बयान से पलट गया है। हरियाणा पुलिस का कहना है कि आंदोलन कर रहे किसानों ने जिस व्यक्ति को शुक्रवार प्रेस कॉन्फ्रेंस में पेश किया था। वह आंदोलन में अड़चन डालने और गणतंत्र दिवस के दिन 4 किसानों को हत्या को लेकर झूठ बोल रहा है।
किसानों का आरोप था कि यह शख्स उनके चार नेताओं की हत्या करने के इरादे से आया था और गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को उनकी ट्रैक्टर रैली में अड़चन डालना चाहता था। शुक्र शाम को ही किसान नेताओं ने आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया था। जिससे पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है।
सोनीपत एसपी जश्नदीप सिंह रंधावा ने एएनआई से कहा
सोनीपत जिला के पुलिस अधीक्षक जशनदीप सिंह रंधावा ने कहा, “उसने कल कहा था की राई पुलिस स्टेशन के एसएचओ प्रदीप ने उसको यह जिम्मा सौंपा था। लेकिन हमारी पड़ताल में सामने आया है कि उस पुलिस थाने में क्या पूरे जिले में इस नाम का कोई s.h.o. नहीं है।
पुलिस का कहना है कि संदिग्ध सोनीपत का रहने वाला है। उसका पिता एक रसोइया है।उसकी मां दूसरों के घरों में बर्तन धोने का काम करती है। यह शख्स एक फैक्ट्री में काम करता था। लॉकडाउन के बाद उसे फैक्ट्री से निकाल दिया गया और वह बेरोजगार है।
पूछताछ में उसने बताया कि छेड़छाड़ के आरोपों को लेकर उसकी किसानों के साथ झड़प हो गई थी। उसे एक कैंप में ले जाकर पीटा गया। उसका कहना है कि बयान उसने भय के कारण दिया है। उस व्यक्ति के खिलाफ कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं पाया गया है और उसे अभी तक गिरफ्तार भी नहीं किया गया है। किसान नेताओं की हत्या की साजिश के आरोपों पर पुलिस ने बताया कि वह कह रहा है कि लैंडलाइन नंबर से उसके पास मैसेज आते थे लेकिन जांच में ऐसी कोई बात सामने नहीं आई है।