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जांच एजेंसियों को मिले पुलवामा हमले के पुख़्ता सबूत

पुलवामा आतंकी हमले के पीछे मास्टरमाइंड 23 वर्षीय जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी के रूप में की गई।

पुलवामा आतंकी हमले के पीछे मास्टरमाइंड 23 वर्षीय जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी के रूप में की गई।

अब तक इकट्ठा किये गए साक्ष्यों के आधार पर सुरक्षा अधिकारियों ने कहा ,मुदासिर अहमद खान ने
आतंकी हमले में इस्तेमाल की गई कार और विस्फोटकों की व्यवस्था की है।खान ने इलेक्ट्रीशियन में डिग्री की हुई है।
वह पुलवामा जिले का रहने वाला है।

अघिकारियों ने खुलासा करते हुए कहा,जेईएम के आतंकवादी मुदासिर अहमद खान की पहचान पुलवामा के
आतंकी हमलावर के रूप में की गई है। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 से भी ज्यादा जवान शहीद हुए थे।

सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि पुलवामा जिले से स्नातक उपाधि प्राप्त इलेक्ट्रीशियन खान ने पुलवामा हमले में
प्रयुक्त वाहन और विस्फोटक की व्यवस्था की है।

त्राल के मीर मोहल्ला निवासी खान 2017 में जेईएम ओवरग्राउंड वर्कर के रूप में शामिल हुआ था।बाद में आतंकी नूर तराली
ने खान को एक्टिव आतंकी के रूप में जैश में शामिल किया।

2017 में नूर के मारे जाने के बाद खान 14 जनवरी 2018 से अपने घर से गायब हो गया
और तब से सक्रिय है। आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार जिसने 14 फरवरी को
सीआरपीफ के काफिले के आगे विस्फोटक से भरे अपने वाहन को उड़ा दिया था,खान के साथ लगातार
संपर्क में था।जाँच अधिकारी ने बताया।

खान की भूमिका साल 2018 में सीआरपीएफ कैंप लेथपुरा हमले में भी सामने आई। इस हमले में सीआरपीएफ के
5 जवान शहीद हुए थे।

राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी जो कि 14 फरवरी को सीआरपीएफ जवानो पर हुए हमले कजी जाँच क्र रही है ,ने 27 फरवरी
को खान के घर की भी तलाशी ली।

पुलवामा हमले में मारुती ईको मिनीवैन इस्तेमाल की गई ,जिसको जैश के दूसरे आतंकवादी ने
हमले से 10 दिन पहले खरीदा था।

दक्षिण कश्मीर से जैश का ऑपरेटिव सज्जाद भट्ट पुलवामा हमले के बाद भागा हुआ है।माना जा रहा है कि वो अब सक्रिय आतंवादी बन चूका है।सुरक्षा एजेंसियों को उसकी भी तलाश है।

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