भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कोरोना वायरस महामारी के कारण वर्ष 2020-21 में आर्थिक विकास दर के नेगेटिव रहने के संकेत दिए हैं। आज शुक्रवार के दिन उन्होंने प्रेस ब्रीफ में यह जानकारी दी।
प्रेस ब्रीफिंग के कुछ अंश
कोरोनावायरस संकट के बीच आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कई घोषणाएं की हैं। जिसमें रेपो रेट, रिवर्स रेपो रेट ब्याज दर में कटौती की है। आरबीआई गवर्नर शक्ति कांत दास ने शुक्रवार को प्रेस ब्रीफिंग के दौरान अनुमान जताते हुए कहा कि 2020-21 में जीडीपी नेगेटिव जा सकती है।
जीडीपी ग्रोथ
उन्होंने कहा 2020-21 में जीडीपी ग्रोथ में नेगेटिव रहने का अनुमान है। मानसून के सामान्य रहने का अनुमान है। दालों की कीमतों में उछाल एक चिंता का विषय है। कृषि उत्पादन से सब को लाभ मिलेगा डब्ल्यूटीए के मुताबिक वैश्विक स्तर पर व्यापार संघ 13 से 30 प्रतिशत तक घट सकता है।
आरबीआई गवर्नर ने रिवर्स रेपो रेट को घटाकर 3.35 फ़ीसदी कर दिया है। यह उम्मीद की जाती है कि राजकोषीय और प्रशासनिक उपायों से दो हजार बीस इक्कीस की दूसरी तिमाही में गति मिलेगी रेपो रेट में कटौती से उम्मीद की जा रही है कि आम लोन सस्ते हो सकते हैं।
कोरोना का प्रभाव
गवर्नर ने कहा छह सदस्य मौद्रिक नीति समिति ने ब्याज दर में 0.2% कटौती के पक्ष में 5/1 के मतदान किया है। भारत में मांग घट रही है। बिजली पेट्रोलियम उत्पाद की खपत में गिरावट आ रही है। निजी क्षेत्रों में गिरावट दर्ज की जा रही है। कोविड-19 के प्रकोप के कारण निजी व्यावसायों के सबसे ज्यादा लाभ को झटका लगा है। निवेश की मांग घटी है। कोरोना के प्रकोप के बीच आर्थिक गतिविधियों में सुस्ती देखी गई है। सरकार का राजस्व बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है।
आर्थिक पैकेज का ऐलान
आपको बता दें कि पिछले दिनों कोरोना वायरस संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2000000 रुपए के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया था। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पैकेज के बारे में विस्तृत जानकारी देने के लिए लगातार पांच दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। वित्त मंत्री ने कहा था कि कोरोना वायरस महामारी के बीच पीएम नरेंद्र मोदी की तरफ से घोषित किए गए 20 हजार करोड़ का पैकेज अर्थ व्यवस्था को उबारने में मदद करेगा।
RELATED POSTS
View all