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कोरोना की जंग में रूस ने निभाया दोस्ती का फर्ज,भारत को भेजी 20 टन राहत सामग्री

कोरोना वायरस महामारी की जंग में रूस ने दोस्ती का फर्ज अदा करते हुए भारत को ऑक्सीजन ,जीवन रक्षक दवाइयां अन्य उपकरणों सहित 20 टन राहत सामग्री भेजी है ।

कोरोना वायरस महामारी की जंग में रूस ने दोस्ती का फर्ज अदा करते हुए भारत को ऑक्सीजन ,जीवन रक्षक दवाइयां अन्य उपकरणों सहित 20 टन राहत सामग्री भेजी है ।

भारत इस समय कोरोना महामारी की दूसरी लहर के कहर से जूझ रहा है । देश में पिछले 8 दिन से हर रोज लगातार 3 लाख से अधिक कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं । इसी बीच देश में कोरोना के कारण मरने वाले लोगों का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है । देश में अब तक कोविड महामारी के कारण 2 लाख के करीब मरीजों की मौत हो चुकी है ।

खतरनाक बीमारी के चलते देश के अस्पतालों में जीवन रक्षक दवाइयों ,मेडिकल ऑक्सीजन और स्वास्थ्य सबंधी उपकरणों की भारी किल्ल्त हो रही है । ऐसे में मित्र देश रूस ने दोस्ती का फर्ज निभाते हुए भारत को 20 टन राहत सामग्री कार्गो विमान के जरिए भेजी है । इस राहत सामग्री में 20 ऑक्सीजन सांद्रक,75 वेंटिलेटर, 150 बेडसाइड मॉनिटर और जीवन रक्षक दवाइयां हैं ।

देश में रूस के राजदूत निकोले आर कुदाशेव ने कहा कि रूस भारत में कोरोना महामारी पर अपनी नजर बनाये हुए है । हम अपने मैत्रीपूर्ण संबंधों के कारण भारत के लोगों के प्रति सहानुभूति रखते हैं । इसलिए रूस ने कोरोना की इस जंग में भारत की हर संभव मदद करने का फैसला लिया है ।

इस राहत सामग्री के अलावा भारत में रूस की स्पुतनिक वी वैक्सीन भी मई महीने से पहुंचनी शुरू हो जाएगी । भारत में इस वैक्सीन का उत्पादन भी किया जाएगा । ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ़ इंडिया भारत में रुसी वैक्सीन स्पुतनिक वी के आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दे चूका है । इससे पहले भारत में कोविशील्ड और कोवैक्सीन को पहले ही डीसीजीआई की तरफ से मंजूरी मिल चुकी है ।

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