अभिनेता से नेता बने शत्रुघ्न सिन्हा ने आज भारतीय जनता पार्टी छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। शत्रुघ्न सिन्हा ने बीजेपी छोड़ते हुए और कांग्रेस पार्टी में शामिल होते समय ट्विटर पर अपनी पीड़ा का भी जिक्र किया।
उन्होंने लिखा,बड़े भारी मन और अपार पीड़ा के साथ मैं अपनी पुरानी पार्टी को अलविदा कहता हूं। 6 अप्रैल को जैसा कि आप सब को पता है आज बीजेपी का स्थापना दिवस भी है। मैं अपने बीजेपी के लोगों से कोई शिकवा नहीं रखता। क्योंकि उन्होंने ने ही मुझे तैयार किया है। वे मेरे परिवार की तरह थे।”
उन्होंने लिखा ,”बीजेपी भारत रत्न नानाजी देशमुख ,दिवंगत और महान प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बाजपेयी और हमारे मित्र दार्शनिक ,गुरु ,परम नेता और मार्गदर्शक श्री लालकृष्ण अडवाणी जी और उन सबकी पार्टी थी जो अब जीवित नहीं हैं।”
Shatrughan Sinha leave BJP
कांग्रेस में शामिल होने पर शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा,”मुझे आशा है कि बहुत पुरानी पार्टी जिसमें मैं कदम रख रहा हूँ ,मुझे देश की एकता,समृद्धि, प्रगति, विकास और लोगों की सेवा करने ,समाज और राष्ट्र की सेवा करने का मौका देगी। यह पार्टी महान राष्ट्र निर्माताओं और प्रकाशकों की पार्टी है।
शत्रुघ्न सिन्हा ने इस मौके पर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा,पार्टी में मेरी एक बात भी नहीं सुनी गई। यहां तक की पार्टी ने वरिष्ठ नेताओं को भी दरकिनार कर दिया है। बीजेपी ने लालकृष्ण अडवाणी ,मुरली मनोहर जोशी और अरुण शौरी जैसे वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार कर दिया है। मार्गदर्शक मंडल बनाया गया ,जिसकी अब कोई बैठक भी नहीं हुई।
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा,अगर सच कहना बगावत है तो मैं बागी हूं। उन्होंने ने कहा पार्टी ने अपने वाडे पुरे नहीं किये। बिना किसी सलाह-मशवरे के नोटबंदी जैसा निर्णय लिया गया। जिसकी वजह से हजारों लोग बर्बाद हो गए। नोटबंदी को उन्होंने सबसे बड़ा घोटाला करार दिया है। शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा ,बीजेपी में लोगों की कोई कदर नहीं है। शत्रुघ्न सिन्हा ने आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की तारीफ करते हुए कहा कि मैंने कांग्रेस उन्ही की सलाह पर ज्वाइन किया है।