SOPHOS alert: ऑनलाइन फ्रॉड दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। जालसाज हर दिन लोगों को नए तरीके से अपना शिकार बनाते हैं। साइबर सिक्योरिटी फर्म ने एक नया अलर्ट जारी किया है।
साइबर अपराधी हर रोज लोगों को नए नए तरीकों से ठगते हैं। आजकल ऑनलाइन फ्रॉड के मामले बढ़ते जा रहे हैं। खास बात ये है कि अब तक जितने भी साइबर ठग पुलिस या सिक्योरिटी एजेंसियों की गिरफ्त में आए हैं, उनमे से ज्यादातर अपराधी ज्यादा पढ़े -लिखे नहीं हैं।
SOPHOS का इंटरनेट यूजर्स को alert
अब साइबर अपराधियों/हैकर्स ने लोगों को इंटरनेट क जरिए ठगना शुरू कर दिया है। हैकर्स लोगों की आदतों के बारे में पता लगा कर उन्हें ठगते हैं। आजकल डिजिटल अरेस्ट के तरीके से लोगों को ठगा जा रहा है। अब साइबर सिक्योरिटी फर्म SOPHOS ने Gootloader नाम के प्रोग्राम का पता लगाया है। इस प्रोग्रामिंग के जरिए हैकर्स लोगों की निजी और बैंकिंग डिटेल चोरी करते हैं।
SOPHOS ने बताया, SEO के जरिए ऐसे होती है ठगी
हैकर्स खासतौर पर सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO) का इस्तेमाल कर ऑनलाइन ठगी करते हैं। साइबर सिक्योरिटी फर्म ने एक ख़ास लाइन के बारे में रिसर्च किया है। इस लाइन को गूगल पर सर्च करते ही Gootloader एक्टिवेट हो जाता है। इसके बाद सिस्टम का पूरा एक्सेस हैकर के पास पहुंच जाता है।
SOPHOS ने ये फ्रेज सर्च न करने की दी सलाह
फर्म लोगों को चेतावनी देते हुए गूगल पर “Are Bengal Cats Legal In Australia? ” फ्रेज सर्च न करने की सलाह दी है। इस फ्रेज को गूगल पर सर्च करते ही गुटलोडर एक्टिवेट हो जाएगा और आपकी निजी और बैंक डिटेल हैकर्स के पास पहुंच जाएगी। साइबर फर्म के अनुसार, इन छह शब्दों को सर्च करने वाले यूजर्स ऑनलाइन ठगी का शिकार हो रहे हैं।
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ऑनलाइन फ्रॉड या साइबर अपराध की दुनिया में ठगी के इस नए तरीके को SEO Poisoning के नाम से जाना जाता है। साइबर क्रिमिनल्स सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन परिणामों में छेड़छाड़ कर वायरस वाले लिंक भेज कर ठग रहे हैं।
साइबर सिक्योरिटी फर्म ने लोगों को ऐसे लिंक पर क्लिक न करने की सलाह दी है। इसके साथ यह भी बताया गया कि अगर कोई यूजर ऐसी गलती कर चूका है तो वह तुरंत अपने यूजरनेम और पासवर्ड बदली कर दे।
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