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Petticoat Cancer के कारण, लक्षण और बचाव के उपाय

नवम्बर 17, 2024 | by pillar

Symptoms and prevention measures of petticoat cancer

Petticoat Cancer: ब्रिटिश मेडिकल जर्नल केस स्टडी में दो भारतीय महिलाओं में पेटीकोट कैंसर का खुलासा हुआ है। आमतौर पर महिलाओं को सर्वाइकल और ब्रैस्ट कैंसर होता है। अब पेटीकोट कैंसर के बारे में पता चला है।

Petticoat Cancer क्या है

आमतौर पर महिलाओं को ब्रैस्ट कैंसर या सर्वाइकल कैंसर होता है। लेकिन ब्रिटिश मेडिकल जर्नल केस स्टडी में नया खुलासा हुआ है। जिसमें दो भारतीय महिलाओं में पेटीकोट कैंसर के बारे में बताया गया है। केस स्टडी में बताया गया कि इस कैंसर का खतरा उन महिलाओं में ज्यादा होता है, जो पेटीकोट को ज्यादा टाइट बांधती हैं।

Petticoat Cancer के कारण

शोधकर्ताओं ने बताया कि पेटीकोट को ज्यादा कसकर बाँधने से त्वचा पर ज्यादा दबाव होता है। जिसके कारण स्किन में जलन होना शुरू हो जाती है। बाद में यह त्वचा के अल्सर के रूप में बदल जाता है और उसके बाद पेटीकोट कैंसर बन जाता है।

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पेटीकोट कैंसर की मरीज दो महिलाओं का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि कमर पर ज्यादा कसकर पेटीकोट बाँधने से लगातार घर्षण होता है। जिससे त्वचा में सूजन आ जाती है। घाव बनने लगते हैं और बाद में स्किन कैंसर का रूप ले लेता है।

Petticoat Cancer के लक्षण

अगर पेटीकोट कैंसर के शुरूआती लक्षणों का पता चल जाए तो इसका इलाज संभव है। स्किन का काला पड़ जाना, कमर की सतह मोटी हो जाना और काले धब्बे होना इसके शुरूआती लक्षण हैं। इन लक्षणों के नजर आते ही रोगी को डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। इसके अलावा कमर पर टाइट पेटीकोट, बेल्ट बांधने से बचें।

महिलाओं में पाए जाने वाले Cancer

इसके अलावा महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर भी पाया जाता है। यह कैंसर गर्भाशय के निचले हिस्से में होता है। जिसके लक्षण ब्लीडिंग होना और पेल्विक दर्द होना आदि हैं। इसके अलावा महिलाओं में ओवेरी कैंसर, ब्रैस्ट कैंसर और एंडोमेट्रियल कैंसर भी पाया जाता है।

कैंसर के इलाज

  • सर्जरी
  • कीमोथरेपी
  • रेडियोथरेपी
  • टार्गेटेड थरेपी

कैंसर से बचाव के लिए नियमित कसरत करना। सैर करना। योगा करना और संतुलित भोजन करना आदि हैं।

अस्वीकरण : ये लेख सिर्फ कैंसर के प्रति जागरूक करने के लिए लिखा गया है।

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