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यूक्रेन में मारे गए भारतीय छात्र नवीन शेखरप्पा की बॉडी को अस्पताल को डोनेट करेंगे मृतक के पिता, वजह जानकर रो पड़ेंगे आप

रूस और यूक्रेन के बीच 24 फरवरी से जंग जारी है। इस युद्ध में रुसी सेना ने भारत के एक मेडिकल छात्र नवीन शेखरप्पा की गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। आज सोमवार के दिन नवीन का पार्थिव शरीर कर्नाटक के हावेरी जिले में उनके पैतृक गांव पहुंच गया है। शेखरप्पा के पिता ने अपने बेटे का अंतिम संस्कार न करके उसकी बॉडी को एसएस अस्पताल दावणगेरे को दान करने का फैसला लिया है। 

रूस और यूक्रेन के बीच 24 फरवरी से जंग जारी है। इस युद्ध में रुसी सेना ने भारत के एक मेडिकल छात्र नवीन शेखरप्पा की गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। आज सोमवार के दिन नवीन का पार्थिव शरीर कर्नाटक के हावेरी जिले में उनके पैतृक गांव पहुंच गया है। शेखरप्पा के पिता ने अपने बेटे का अंतिम संस्कार न करके उसकी बॉडी को एसएस अस्पताल दावणगेरे को दान करने का फैसला लिया है।

नवीन शेखरप्पा की बॉडी भारत लाई गई

रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है। इसी बीच भारत सरकार ने यूक्रेन में फंसे 23 हजार से अधिक भारतीय छात्रों और नागरिकों को ऑपरेशन गंगा के तहत स्वदेश लौटाया है। लेकिन बदकिस्मती से मेडिकल की पढ़ाई करने गया कर्नाटक का एक छात्र नवीन शेखरप्पा वहां से जिन्दा वापिस नहीं लौट पाया। शेखरप्पा को रूस की सेना ने गोली मार दी थी। आज सोमवार के दिन डॉक्टर बनने का सपना लेकर यूक्रेन में गए शेखरप्पा की डेड बॉडी भारत पहुंची है। इसी दौरान नवीन के पिता ने अपने बेटे का दाह संस्कार न करके उसकी बॉडी को अस्पताल में दान करने का फैसला लिया है।

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मृतक नवीन शेखरप्पा के पिता ने बॉडी को डोनेट करने का फैसला लिया

यूक्रेन में मारे गए नवीन शेखरप्पा के पिता ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से कहा ,” पहले पूजा होगी। उसके बाद बॉडी को दर्शन के लिए रखा जाएगा और शाम को उसकी बॉडी को एसएस अस्पताल दावणगेरे को डोनेट करेंगे। उसका बचपन से डॉक्टर बनकर समाज की सेवा करने का सपना था। लेकिन उसे भारत में मेडिकल की सीट नहीं मिल पाई। ”

सपना पूरा नहीं कर पाया लेकिन ….

नवीन शेखरप्पा के पिता ने आगे बताया ,” उसके मन में था कि मुझे जहां भी मेडिकल की सीट मिलेगी मैं वहां जाऊंगा फिर उसे यूक्रेन भेजना पड़ा। वो डॉक्टर बनने का सपना पूरा नहीं कर पाया लेकिन कम से कम आगे आने वाले बच्चों को सीखने में उसकी बॉडी से कुछ फायदा होगा। इसलिए हमने उसके पार्थीव शरीर को अस्पताल को दान करने का फैसला लिया है। ” मृतक नवीन के पिता द्वारा अपने बेटे की बॉडी को दान करने की बात सुनकर लोगों के आंसू निकल आए हैं।

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