यूक्रेन और रूस के बीच छिड़ी जंग में यूक्रेन में भारत सहित विश्व के कई देशों के नागरिक फंसे हुए हैं । यूक्रेन जंग में फंसी पाकिस्तान की एक छात्रा अस्मा शफीक को भारतीय दूतावास ने रेस्क्यू किया है। जिसके बाद पाकिस्तान की छात्रा ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दूतावास का धन्यवाद जताया ।
यूक्रेन में फंसी एक पाकिस्तानी छात्रा ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद जताया है। दरअसल, छात्रा यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध के चलते की कीव में फंस गई थी। वह भारतीय दूतावास की मदद से सुरक्षित स्थान पर पहुंच पाई। इसके बाद छात्रा ने एक वीडियो जारी कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय दूतावास को धन्यवाद कहा है।
पाकिस्तान की छात्रा जिसका नाम अस्मा शफीक है, ने एक वीडियो जारी कर कहा,” मैं पाकिस्तान से हूं। मैं खीव में भारत के दूतावास का धन्यवाद करती हूं कि उन्होंने कठिन परिस्थितियों में मेरी मदद की है। मैं भारत के प्रधानमंत्री का धन्यवाद करती हूं। हमारी मदद करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। भारतीय दूतावास की वजह से हम अपने घर सुरक्षित पहुंच पा रहे हैं।
#WATCH | Pakistan's Asma Shafique thanks the Indian embassy in Kyiv and Prime Minister Modi for evacuating her.
Shas been rescued by Indian authorities and is enroute to Western #Ukraine for further evacuation out of the country. She will be reunited with her family soon:Sources pic.twitter.com/9hiBWGKvNp
— ANI (@ANI) March 9, 2022
भारत का ऑपरेशन गंगा
रूस और यूक्रेन के बीच जंग छिड़ी हुई है। ऐसे में वहां भारतीय छात्रों सहित दुनिया के कई देशों के नागरिक फंसे हुए हैं। पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा चला रही है। ऑपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन के कीव और खरकीव सहित अन्य शहरों में फंसे भारतीय छात्रों को स्वदेश लाया जा रहा है।
17000 से अधिक छात्रों को निकाला गया
यूक्रेन और रूस के बीच जंग शुरू होने से पहले वहां करीब 20,000 से अधिक भारतीय फंसे थे। भारत सरकार के अनुसार अब तक 17000 से अधिक भारतीय नागरिकों को ऑपरेशन गंगा के तहत भारत लाया जा चुका है। दूसरी तरफ सुमी में फंसे 700 भारतीय भी माननीय कॉरिडोर के जरिए मंगलवार को शहर से बाहर लाए गए हैं। विदेश मंत्रालय के अनुसार इन छात्रों को पोल्टावा लाया गया है। यहां से ये ट्रेन के जरिए पश्चिमी यूक्रेन लाए जाएंगे।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची के अनुसार छात्रों को घर पहुंचाने के लिए ऑपरेशन गंगा जारी है।