21 जनवरी 2019 को सेनेगल से ख़ुफ़िया एजेंसियों के मदद पकड़ा गया रवि पुजारी जेल में था बंद। एक टीवी चैनल को रवि पुजारी के करीबी ने बताया कि रवि को दो दिन पहले जमानत मिली थी ,उसके बाद उसका कुछ पता नहीं है।
अंडरवर्ल्ड के अलावा अब इस बात की जांच एजेंसियों ने भी पुष्टि कर दी है। इसी साल 21 जनवरी को भारतीय एजेंसियों के इनपुट पर रवि पुजारी को सेनेगल से गिरफ्तार किया गया था। इस बार अगर रवि सेनेगल की सरहद पार कर गया तो उसे दोबारा पकड़ना मुश्किल होगा। जांच एजेंसियों की रिपोर्ट के अनुसार रवि पुजारी को सशर्त जमानत दी गई थी और उसका पासपोर्ट भी जब्त कर लिया गया था।
रवि पुजारी अफ्रीका के सेनेगल में रह रहा था। उस पर भारतीय एजेंसियां लगातार नजर बनाए हुए थी। सेनेगल से पहले रवि पुजारी ‘बर्किना फासो’ में रह रहा था। वह लगातार भारतीय जांच एजेंसियों के राडार पर था।
अपराध जगत में रवि पुजारी का नाम काफी चर्चित है। बड़े लोगों से फिरौती वसूली करना उसका मुख्य पेशा है। फिरौती न मिलने पर हत्या जैसे अपराध करने से भी रवि पुजारी को कोई परहेज नहीं है। इसी साल केरल के विधायक पीसी जॉर्ज ने खुलासा किया था कि रवि पुजारी ने उन्हें और उनके बेटे को हत्या की धमकी दी है। जॉर्ज ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई को बताया ,” मैं उस समय इस लिए चुप रहा क्योंकि उसने मेरे दो बेटों में से एक को मरने की धमकी दी थी। ” जॉर्ज ने बताया कि फोन कॉल करने वाले ने खुद को रवि पुजारी बताया था, लेकिन उसी नंबर से दोबारा फोन कॉल करने वाला मलायम भाषा में बोल रहा था। उसने कहा था कि वह ‘माफिया डॉन’ के निर्देश पर फोन कर रहा है।
पिछले साल गुजरात के दलित नेता और विधायक जिग्नेश मेवाणी ने भी रवि पुजारी के खिलाफ जान से मारने की धमकी देने की पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होने कहा था कि उन्हें फोन कॉल और मैसेज के जरिए धमकाया जा रहा है।