पूर्व भारतीय महिला पहलवान Vinesh Phogat ने IOA Chief PT Usha पर गभीर आरोप लगाया है। विनेश फोगट ने कहा कि पीटी उषा ने पेरिस ओलंपिक 2024 के दौरान कोई मदद नहीं की। उन्होंने कहा की भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष ने मेरी मर्जी के खिलाफ मेरी फोटो लेकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दी थी। जिसमें दिखाया गया कि मैम मेरी मदद कर रही हैं।
Vinesh Phogat ने भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा पर पेरिस ओलंपिक के दौरान मदद न करने का आरोप लगाया है। बता दें विनेश फोगाट 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल वर्ग कुश्ती के मुकाबले में फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन गई थी। जिन्हे फाइनल राउंड से कुछ घंटे पहले मात्र 100 ग्राम अधिक वजन के कारण अयोग्य करार दिया गया था।
30 वर्षीय महिला पहलवान ने 50 किलोग्राम फ्री स्टाइल कुश्ती के शिखर मुकाबले के लिए क्वालीफाई करने के बाद कम से कम सिल्वर मेडल पक्का कर लिया था। हालांकि, उनका सपना तब बिखर गया जब उन्हें फाइनल मुकाबले से पहले अयोग्य करार दिया गया था। उन्हें 100 ग्राम अधिक वजन के कारण डिस्क्वालिफाई कर दिया गया था।
फोगट का ओलंपिक पदक जीतने का सपना टूटने के बाद पुरे देश ने उनको अपना समर्थन दिया था। यहाँ तक कि कई विदेशी हस्तियों ने भी विनेश का सपोर्ट किया था और उन्हें कम से कम सिल्वर मेडल देने की मांग की थी।
अब कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के बाद विनेश फोगाट ने बड़ा खुलासा करते हुए IOA चीफ पीटी उषा पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पीटी उषा मैडम ने मेरे साथ अपनी फोटो उस समय खिचवाई जब मैं अस्पताल में भर्ती थी। बाद में इस फोटो का इस्तेमाल राजनीति के लिए किया गया। फोटो को सोशल मीडिया पर साझा कर ऐसा दिखाया गया कि वो मेरी मदद कर रही हैं।
विनेश फोगाट ने वरिष्ठ पत्रकार अजित अंजुम के प्रोग्राम में कहा,” मुझे नहीं पता मुझे वहां क्या मदद मिली ? मैडम ने अस्पताल में मुझसे मुलाकात की थी। एक फोटो खींची गई। राजनीती में बंद दरवाजों के पीछे बहुत कुछ होता है। मेरे साथ भी पेरिस में राजनीती की गई। हर जगह राजनीती है। इसीलिए मैंने कुश्ती से संन्यास लेने का फैसला लिया। ”
“आप अस्पताल के बिस्तर पर हैं, आपको पता नहीं कि बाहर क्या हो रहा है। जीवन के सबसे बुरे दौर से गुजर रहे हैं। उस जगह पर सभी को दिखाने के लिए आप मेरे साथ खड़े हैं। आप बिना बताये मेरी फोटो खींचकर सोशल मीडिया पर डालकर बोल रहे हो कि हम साथ खड़े हैं। ” विनेश ने AAA मीडिया को बताया।
उन्होंने आगे कहा ,” मैंने अपना केस खुद दायर किया था। अगले दिन हरीश साल्वे सर शामिल हुए। मेरी में मौजूद वकीलों ने मेरी तरफ से वह मामला दर्ज किया था। यह भारत सरकार की तरफ से नहीं किया गया। मैं वहां भारत का प्रतिनिधित्व करने गई थी, इसलिए केस दर्ज करना भारत सरकार का कर्तव्य था। ”
कुश्ती में अयोग्य ठहराए जाने के अगले दिन ही विनेश फोगाट ने संन्यास की घोषणा कर दी थी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर अपने रिटायरमेंट की घोषणा की थी। जिसमें उन्होंने अपनी मां को संबोधित करते हुए कहा था कि मां मैं हर गई कुश्ती जीत गई। अपना सपना टूट गया।
हालांकि, विनेश फोगाट ने कुश्ती से रिटायरमेंट लेने एक हफ्ते बाद राजनीती में कदम रख लिया। उन्होंने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर ली है। विनेश फोगाट हरियाणा के जींद जिला की जुलाना विधानसभा से चुनाव लड़ रही हैं।