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हरियाणा सरकार की शुरु की गई सीएम विंडो शिकायत समाधान योजना पूरी तरह से फ्लॉप: योगेश्वर शर्मा

आम आदमी पार्टी का  कहना है कि हरियाणा सरकार की ओर से शुरु की गई सीएम विंडो शिकायत समाधान योजना पूरी तरह से फ्लॉप है,क्योंकि अधिकारी इन शिकायतों पर सालों तक कोई कारवाई ही नहीं करते। उल्टे लोग बार बार इस बारे में क्या कारवाई हुई इसे जानने के लिए ही परेश्ेाान होते रहते हैं। पार्टी का कहना है कि सरकार को इसय सीएम विंडो पर आने वाली शिकायतों का तुरंत निबटान हो इस दिशा में आवश्यक कदम उठाने चाहिए।

आम आदमी पार्टी का  कहना है कि हरियाणा सरकार की ओर से शुरु की गई सीएम विंडो शिकायत समाधान योजना पूरी तरह से फ्लॉप है,क्योंकि अधिकारी इन शिकायतों पर सालों तक कोई कारवाई ही नहीं करते। उल्टे लोग बार बार इस बारे में क्या कारवाई हुई इसे जानने के लिए ही परेश्ेाान होते रहते हैं। पार्टी का कहना है कि सरकार को इसय सीएम विंडो पर आने वाली शिकायतों का तुरंत निबटान हो इस दिशा में आवश्यक कदम उठाने चाहिए।

पार्टी का कहना है कि मुख्यमंत्री के कहने से अगर किसी एक शिकायत पर तुरंत कारवाई हो गई हो तो इसका यह मतलब नहीं कि बाकी समस्यांए भी खत्म हो गई हैं। सरकार को या तो सीएम विंडो को बंद कर देना चाहिए अथवा इसे प्रभावी बनाने के लिए अधिकारियों को इन शिकायतों पर कारवाई करने के लिए उचित निर्देश भी देने चाहिए और जो अधिकारी इस पर अमल नहीं करते उनके खिलाफ उचित कारवाई की जानी चाहिए।

आज यहां जारी एक ब्यान में आम आदमी पार्टी के उत्तरी हरियाणा जोन के सचिव योगेश्वर शर्मा ने कहा कि हरियाणा सरकार में बहुत से अधिकारी ऐसे हैं जो बिलकुल काम नहीं करते।

मुख्यमंत्री की ओर से शुरु की गई सीएम विंडो योजना पर लोगों की सालों सालों पुरानी शिकायतें पड़ीं हैं जिन पर न तो कोई कारवाई होती है और न शिकायतकर्ताओं को कोई जबाब दिया जाता है कि किस वजह से उनकी शिकायत पर कोई कारवाई अभी तक नहीं की गई।

उन्होंने कहा कि यही वजह है कि लोग अब अपनी शिकायतें सरकार की बजाये विपक्ष के नेताओं के पास लेकर जाने लगें हैं। उन्होंने कहा कि कई लोगों ने उन्हें बताया कि उनके द्वारा दो दो तीन तीन साल पहले की गई शिकायतों पर न तो कोई कारवाई की गई और न ही उन्हें उसका कोई जबाब दिया गया कि उनकी शिकायत पर क्यों कोई कारवाई नहीं की गई।

उन्होंने कहा कि होना तो यह चाहिए कि सीएम विंडो पर आने वाली हर एक शिकायत का दस दिन के अंदर समाधान हो और शिकायतकर्ता को उस कारवाई के बारे में सूचित किया जाए और अगर शिकायत में कोई दम नहीं है तो शिकायतकर्ता को उसकी वजह भी बतानी चाहिए कि इस वजह से उसकी शिकायत पर कोई कारवाई नहीं हुई, या उसकी शिकायत झूठी है। तांकि शिकायतकर्ता को पता हो कि उसकी शिकायत पर कारवाई क्यों नहीं हुई। अगर शिकायतकर्ता सही होगा तो वह दोबारा अपनी बात और तथ्यों के साथ कहेगा।

उन्होंने कहा कि शिकायत पर कोई कारवाई न होने के कारण लोग अब सीएम विंडो पर शिकायत करने से ही गुरेज करने लगें हैं। ऐसे में लोगों में सरकार के प्रति यह धारणा है कि जब कोई कारवाई होनी ही नहीं तो उसका करने का क्या फायदा? लोगों को तो यहां तक शिकायत है कि उनकी फरवरी 2019 की सीएम विंडो पर की गई शिकायत पर आज तक कोई जबाब नहीं आया।

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