Site icon 4PILLAR.NEWS

Azamgarh Jail के अकाउंट से कैदी ने उड़ाए 52 लाख, कराई बहन की शादी

Azamgarh Jail के अकाउंट से कैदी ने उड़ाए 52 लाख

Azamgarh Jail Account: उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ की जिला जेल में एक बड़ा वित्तीय घोटाला हुआ है। जहां कैदी ने चेकबुक चुराकर जेल अकाउंट से 52 लाख रुपए चुरा लिए।

Azamgarh Jail घोटाला

यूपी के आजमगढ़ की जिला कारागार (Azamgarh Jail) में कैदियों ने कर्मचारियों के साथ मिलकर जेल के बैंक अकाउंट से 52.85 लाख रुपए चोरी कर लिए हैं। यह मामला 12 अक्टूबर को आजमगढ़ पुलिस ने उजागर किया। रिपोर्ट के अनुसार, मुख्य आरोपी रामजीत यादव ने जेल से जमानत पर भर आने के बाद चेकबुक चुराकर फर्जी हस्ताक्षर से पैसे निकाले। आरोपी ने यह साजिश अन्य कैदियों और जेल स्टाफ के साथ मिलकर रची। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

Azamgarh Jail Scandal का पूरा विवरण

जिला कारागार (Azamgarh Jail) का सरकारी खाता केनरा बैंक में है। कैदियों ने जेल अधीक्षक आदित्य कुमार सिंह के फर्जी हस्ताक्षर और मुहर बनाकर चेक जारी किए। मुख्य कैदी रामजीत यादव ने जेल से बाहर आने के बाद चेकबुक चुरा ली और धीरे-धीरे कई बार में पैसे निकाले। कुल राशि 52.85 लाख रुपये बताई जा रही है, जिसमें से एक हिस्सा (लगभग 30 लाख) रामजीत ने ही गबन किया।

Azamgarh Jail Scandal का ऐसे हुआ पर्दाफाश

22 सितंबर 2025 को 2.60 लाख रुपये की एक निकासी के दौरान जेल अधीक्षक को शक हुआ। जांच में पता चला कि फरवरी 2023 से ही यह साजिश चल रही थी। जेल अधीक्षक ने पहली बार शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की।

Azamgarh Jail से चुराए गए पैसे

गबन की गई राशि का इस्तेमाल व्यक्तिगत सुख-सुविधाओं के लिए किया गया। उदाहरण के तौर पर, रामजीत ने अपनी बहन की शादी में 25 लाख रुपये खर्च किए और 3.75 लाख रुपये से बुलेट मोटरसाइकिल खरीदी। अन्य ने घरेलू खर्चों में उड़ाए।

जेल बैंक घोटाले के आरोपियों के नाम

लिस ने चार मुख्य अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। इनमें दो कैदी, एक जेल अकाउंटेंट और एक चौकीदार शामिल हैं। यहां उनका संक्षिप्त विवरण:

Azamgarh Jail के मुख्य आरोपी रामजीत यादव ने ऐसे दिया अंजाम

रामजीत को 24 फरवरी 2023 को अपनी पत्नी की हत्या के मामले में जेल भेजा गया था। जमानत पर बाहर आने के बाद उसने चेकबुक चुराई और 22 मई 2025 से शुरू करके कई बार में पैसे निकाले, जैसे 50,000 रुपये, 1.40 लाख, आदि।

Azamgarh Jail घोटाले में पुलिस की कार्रवाई

आजमगढ़ पुलिस अधीक्षक नगर मधुबन कुमार सिंह के नेतृत्व में 12 अक्टूबर 2025 को चारों को गिरफ्तार किया गया। रामजीत के कब्जे से बुलेट मोटरसाइकिल, ओप्पो मोबाइल, बैंक चेक की फोटो, बैंक स्टेटमेंट और जेल अधीक्षक की फर्जी मुहर बरामद हुई।

सदर कोतवाली में धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक विश्वासघात के तहत FIR दर्ज की गई। पूछताछ में सभी ने साजिश कबूल ली। पुलिस ने अन्य संलिप्त लोगों की तलाश शुरू कर दी है।

Exit mobile version