थार और बुलेट से घूमते हैं गुंडे-बदमाश: हरियाणा डीजीपी ओपी सिंह

Thar and Bullet : DGP OP Singh ने हाल ही में एक ब्यान में कहा कि गुंडे-बदमाश थार और बुलेट से घूमते हैं। उन्होंने कहा कि थार और बुलेट जैसी गाड़ियों पर विशेष नजर रखी जाएगी।

हरियाणा DGP OP Singh का थार और बुलेट पर ब्यान

हरियाणा के महानिदेशक पुलिस ओपी सिंह ने हाल ही में एक बयान दिया है। जिसमें उन्होंने महिंद्रा थार (SUV) और रॉयल एनफील्ड बुलेट मोटरसाइकिल (Thar and Bullet ) जैसी वाहनों को अपराधियों और गुंडों से जोड़ा है। उनका कहना है कि ये वाहन बदमाशों की पहचान बन चुके हैं, क्योंकि इन्हें चलाने वाले अक्सर स्टंटबाजी करते हैं और दादागिरी दिखाते हैं। यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

Thar and Bullet  को लेकर DGP OP Singh का ब्यान

DGP OP Singh ने यह बयान 8-9 नवंबर 2025 को गुरुग्राम में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दिया गया। डीजीपी ओपी सिंह ने डीसीपी (उपायुक्त पुलिस) के साथ मिलकर यह प्रेस वार्ता की। जिसमें राज्य में अपराध नियंत्रण, ट्रैफिक नियम, साइबर क्राइम और पुलिस की जनता के साथ व्यवहार जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई।

थार और बुलेट वालों पर ख़ास नजर

उन्होंने यह बयान पुलिसकर्मियों को संबोधित करते हुए दिया गया। डीजीपी ने अपराधियों पर सख्ती के साथ-साथ आम जनता को परेशान न करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जांच के दौरान थार और बुलेट (Thar and Bullet )  जैसी गाड़ियों पर विशेष नजर रखनी चाहिए, लेकिन बेवजह लोगों को तंग न किया जाए।

थार और बुलेट वाले दूसरों के लिए खतरा

DGP OP Singh ने कहा ,”Thar और Bullet से बदमाश चलते हैं। वो स्टंट करते हैं। इससे वो खुद तो खतरा उठाते ही हैं, दूसरे के लिए भी जान का खतरा बनते हैं। ज्यादातर थार वालों का दिमाग घुमा हुआ होता है। इन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।”

Thar and Bullet: महानिदेशक की पुलिस को सलाह

हरियाणा पुलिस को सलाह देते हुए पुलिस महानिदेशक ने कहा ,”बुलेट मोटरसाइकिल है तो उस पर मुजोर लोग चलते हैं। तो हर तीन में से एक बुलेट को चेक करो। इससे जांच भी जाएगी, अपराधियों में खौफ भी होगा और जो गलत लोग होंगे वे पकड़े भी जायेंगे। ”

Thar and Bullet मालिकों पर पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह का कटाक्ष

“अब थार गाड़ी है। उसे रोकने का क्या मतलब है। बुलेट मोटरसाइकिल है, सारे बदमाश इसी पर चलते हैं। जिस तरह के गाड़ी का च्वाइस है, आपका माइंडसेट वह शो करता है। थार देखिए स्टंट करेंगे। … थार गाड़ी नहीं है, वो एक स्टेटमेंट है कि हम ऐसे हैं। तो ठीक है भुगतो जी। दोनों मजे थोड़े होंगे। दादागिरी भी हो और हम फसें भी नहीं। दोनों कैसे होगा।”

डीजीपी ओपी सिंह ने दिया Thar और Bullet का उदाहरण

उन्होंने एक घटना का जिक्र किया, “हमारा एक एएसपी का बेटा था, गाड़ी चढ़ा दी उसके ऊपर और रोये फिरता है। हमारे बेटे को छोड़ो जी। उससे पूछा गया कि किसके नाम से Thar है, तो कहा मेरे नाम से। तो तू ही बदमाश है। हम लिस्ट निकालेंगे Thar की कितने पुलिस वालों के पास Thar होगी और जिसके पास थार होगी, उसका दिमाग घुमा हुआ है। ”

Thar and Bullet: डीजीपी का संदेश

डीजीपी का जोर अपराध नियंत्रण पर था। उन्होंने कहा कि Thar और Bullet जैसे वाहन “स्टेटस सिंबल” बन चुके हैं, जो गुंडागर्दी को बढ़ावा देते हैं। पुलिस को इन पर फोकस करना चाहिए ताकि अपराधी डरें, लेकिन आम लोगों का सम्मान हो। उदाहरण के लिए, जांच के समय विनम्र भाषा का इस्तेमाल करें: “प्लीज कोऑपरेट करें, थैंक्यू फॉर कोऑपरेशन। ”

पुलिस का अपराधियों पर शिकंजा

Thar and Bullet: प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीजीपी ने अपराधियों को “कायर और गद्दार” कहा। उन्होंने “ट्रैकडाउन अभियान” का जिक्र किया, जिसमें अब तक 56 खतरनाक अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। उनका लक्ष्य है कि 20 नवंबर 2025 तक हरियाणा के सभी बड़े अपराधी जेल में हों।”

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