Janvi Jindal भारत की सबसे Guinness World Records बनाने वाली पहली महिला बन गई हैं। उनके नाम 11 गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड्स हैं। जानवी जिंदल सचिन तेंदुलकर के बाद दूसरी सबसे ज्यादा GWR धारक हैं।
जानवी जिंदल के रिकार्ड्स
चंडीगढ़ की 18 साल की जानवी जिंदल (Janvi Jindal) ने हाल ही में फ्रीस्टाइल स्केटिंग में 6 नए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स अपने नाम किए हैं। जिससे उनकी कुल संख्या 11 हो गई है। नवंबर 2025 में आई इस उपलब्धि के साथ वे भारत की सर्वोच्च महिला गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड धारक बन गई हैं। भारत में कुल मिलाकर वे दूसरे स्थान पर हैं। सिर्फ क्रिकेट लीजेंड सचिन तेंदुलकर (19 रिकॉर्ड्स) उनसे आगे हैं। Janvi Jindal ने ये सारे 11 रिकॉर्ड्स महज 17 साल की उम्र में हासिल किए थे (उनका जन्मदिन नवंबर में है)।
Janvi Jindal ने यूट्यूब पर सीखकर बनाए रिकॉर्ड
Janvi Jindal ने 9 साल की उम्र में स्केटिंग शुरू की। चंडीगढ़ में फ्रीस्टाइल स्केटिंग का कोई प्रोफेशनल कोच नहीं था। इसलिए उनके पिता मुनिश जिंदल ने खुद यूट्यूब वीडियो देखकर उन्हें सिखाया। वे सुबह जिम जाती हैं और शाम को फुटपाथ या खाली जगहों पर प्रैक्टिस करती हैं। जानवी को पहला गिनीज रिकॉर्ड 16 साल की उम्र में मिला। जुलाई 2025 में उनके 5 रिकॉर्ड्स की आधिकारिक पुष्टि हुई थी। नवंबर 2025 में 6 नए रिकॉर्ड्स की कन्फर्मेशन मिली, जिससे कुल 11 हो गए।
जानवी जिंदल के प्रमुख रिकार्ड्स
जानवी जिंदल के रिकॉर्ड्स मुख्य रूप से इनलाइन स्केट्स पर 360° स्पिन्स, वन-व्हील स्पिन्स और स्लैलम से जुड़े हैं।
- 30 सेकंड में सबसे ज्यादा 360° रोटेशंस (27 स्पिन्स)
- दो पहियों पर 20 कोन्स स्लैलम सबसे तेज (8.85 सेकंड)
- 30 सेकंड में वन-व्हील पर सबसे ज्यादा 360° स्पिन्स (42)
- 1 मिनट में वन-व्हील पर सबसे ज्यादा 360° स्पिन्स (72)
- सबसे ज्यादा लगातार वन-व्हील 360° स्पिन्स (22)
- 30 सेकंड में सबसे ज्यादा 360° रोटेशंस (32 या इससे ज्यादा)
जानवी जिंदल के कुल रिकॉर्ड
इसके अलावा जानवी जिंदल के नाम कुल 21 रिकॉर्ड्स हैं। 11 गिनीज + 8 इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स + 1-1 एशिया और वर्ल्डवाइड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स। वे स्केट्स पर भांगड़ा करने और योग करने वाली पहली लड़की भी हैं।
17 नवंबर 2025 को चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर और सांसद सतनाम सिंह संधु ने उन्हें सम्मानित किया। इनाम में 11 हजार रुपये का कैश अवॉर्ड दिया और स्पोर्ट्स स्कॉलरशिप पर एडमिशन ऑफर किया।
Janvi Jindal की कहानी दर्शाती है कि जुनून, मेहनत और इंटरनेट का सही इस्तेमाल से कुछ भी हासिल किया जा सकता है। बिना बड़े संसाधनों या कोच।




