Christian Michel James को AgustaWestland helicopter सौदे से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में राउज़ एवेन्यू अदालत ने राहत दी है। कोर्ट ने हिरासत से रिहा करने के आदेश के बारे में पूछा है।
क्रिश्चियन मिशेल जेम्स कोर्ट से राहत
आपने ऑगस्टा वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदे से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में क्रिश्चियन मिशेल जेम्स को राउज़ एवेन्यू अदालत द्वारा हिरासत से रिहा करने के आदेश के बारे में पूछा है। यह एक प्रमुख राजनीतिक और भ्रष्टाचार से जुड़ा मामला है, जो 2013 से चर्चा में है।
Christian Michel James को मिली राहत
20 दिसंबर 2025 को दिल्ली की राउज़ एवेन्यू अदालत ने ब्रिटिश नागरिक क्रिश्चियन मिशेल जेम्स (Christian Michel James) को ऑगस्टा वेस्टलैंड VVIP हेलीकॉप्टर सौदे से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हिरासत से रिहा करने का आदेश दिया। यह आदेश प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग केस में दिया गया है। जिसमें Christian Michel James पर घूसखोरी और पैसे की हेराफेरी का आरोप है। अदालत ने जेल प्रशासन को निर्देश दिया कि अगर मिशेल किसी अन्य मामले में हिरासत में नहीं हैं, तो उन्हें 21 दिसंबर 2025 को रिहा कर दिया जाए।
क्रिश्चियन मिशेल जेम्स को तत्काल रिहाई नहीं मिलेगी
Christian Michel James को तत्काल रिहाई नहीं मिलेगी क्योंकि वे अभी भी केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा दर्ज मुख्य भ्रष्टाचार मामले में न्यायिक हिरासत में हैं। CBI केस में ट्रायल अभी चल रहा है, और मिशेल को उसमें राहत नहीं मिली है। अदालत से बाहर आते हुए मिशेल ने कहा, “भारत में कुछ अच्छे जज हैं,” जो उनके लिए इस फैसले को एक सकारात्मक विकास के रूप में दर्शाता है।
यह फैसला Christian Michel James के वकीलों द्वारा दायर याचिका पर आया। जिसमें लंबे समय से ट्रायल न होने और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों का हवाला दिया गया था। मिशेल 2018 से भारत में जेल में हैं। उन्होंने पहले भी ट्रायल में देरी को लेकर शिकायत की थी।
AgustaWestland helicopter मामला क्या है ?
ऑगस्टा वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर मामला, जिसे VVIP चॉपर स्कैम के नाम से भी जाना जाता है, 2013 में सामने आया। यह भारत सरकार द्वारा VVIP उपयोग के लिए 12 हेलीकॉप्टर खरीदने का सौदा था। सौदे की कुल कीमत लगभग 556 मिलियन यूरो (तत्कालीन दर पर करीब 3,600 करोड़ रुपए ) थी। हेलीकॉप्टर इटली की कंपनी फिनमेकैनिका (अब लियोनार्डो) की सब्सिडियरी ऑगस्टा वेस्टलैंड से खरीदे जाने थे।
AgustaWestland मामले में आरोपी
जांच एजेंसियों (CBI और ED) का आरोप है कि सौदे में बड़े पैमाने पर घूसखोरी हुई। हेलीकॉप्टर की ऊंचाई संबंधी स्पेसिफिकेशन्स को जानबूझकर बदला गया ताकि ऑगस्टा वेस्टलैंड की मॉडल AW-101 फिट हो सके। घूस की रकम करीब €45-50 मिलियन बताई जाती है। जो भारतीय अधिकारियों, राजनेताओं और मध्यस्थों को दी गई। मामले में भारतीय वायु सेना के पूर्व प्रमुख एस.पी. त्यागी, उनके रिश्तेदार और अन्य अधिकारियों के नाम भी जुड़े हैं।
Christian Michel James केस के मुख्य अंश
- सौदा की प्रक्रिया शुरूहुई और 2010 में कॉन्ट्रैक्ट साइन हुए।
- 2012-2013: इटली में जांच शुरू, जहां फिनमेकैनिका के सीईओ गिरफ्तार हुए। भारत में भी CBI ने FIR दर्ज की।
- 2014: भारत सरकार ने सौदा रद्द कर दिया और हेलीकॉप्टर वापस कर दिए।
- 2018: मिशेल को UAE से प्रत्यर्पित किया गया।
AgustaWestland helicopter case में आरोप – प्रत्यारोप
यह मामला राजनीतिक रूप से संवेदनशील है। क्योंकि इसमें कांग्रेस पार्टी के नेताओं के नाम भी उछाले गए थे। हालांकि कोई ठोस सबूत नहीं मिला। विपक्षी पार्टियां इसे मोदी सरकार द्वारा राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताती हैं। जबकि सरकार इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ कदम कहती है।
Christian Michel James जेम्स की भूमिका
क्रिश्चियन मिशेल जेम्स एक ब्रिटिश नागरिक और आर्म्स कंसल्टेंट हैं, जिन्हें इस सौदे में मुख्य मध्यस्थ माना जाता है। जांच एजेंसियों के अनुसार, मिशेल ने ऑगस्टा वेस्टलैंड की ओर से घूस के ट्रांसफर में भूमिका निभाई। न्होंने कंसल्टेंसी फर्म्स के जरिए पैसे ट्रांसफर किए और भारतीय अधिकारियों से संपर्क बनाए। उनका इटली की अदालत में पेश एक नोट में मिशेल का नाम आया। जहां उन्होंने कंपनी के अधिकारियों से डील के बारे में चर्चा की थी।
AgustaWestland helicopter case में Christian Michel James का प्रत्यर्पण
Christian Michel James को 2018 में दुबई से भारत लाया गया। तब से वे तिहाड़ जेल में हैं। मिशेल ने आरोपों से इनकार किया है और दावा किया है कि वे निर्दोष हैं। उन्होंने ट्रायल में देरी को लेकर कई बार अदालत में अपील की, और एक बार कहा कि उन्हें सोनिया गांधी को फंसाने के लिए दबाव डाला जा रहा है।
मार्च 2025 में दिल्ली हाई कोर्ट ने उन्हें पासपोर्ट अप्लाई करने की अनुमति दी, लेकिन मई-जून 2025 में सुप्रीम कोर्ट ने बैल कंडीशन्स को चुनौती देने वाली याचिका खारिज कर दी। अगस्त 2025 में Christian Michel James ने पहली बार भ्रष्टाचार स्वीकार किया। मामला अभी भी जांच के दायरे में है। CBI केस में ट्रायल जारी है। मिशेल की रिहाई उस पर निर्भर करेगी।





