सुप्रीम कोर्ट में CJI BR Gavai पर वकील ने फेंका जूता

CJI BR Gavai: Supreme Court में मुख्या न्यायाधीश बीआर गवई पर एक वकील ने जूता फेंका है। यह हादसा सुप्रीम कोर्ट के रूम नंबर 1 में सुनवाई के दौरान हुआ। आरोपी को पकड़ लिया गया है।

सीजेआई बीआर गवई पर वकील ने जता फेंका

सुप्रीम कोर्ट ऑफ़ इंडिया में सोमवार को एक चौंकाने वाली घटना घटी है। एक वकील ने सीजेआई बीआर गवई (CJI BR Gavai) पर जूता फेंकने की कोशिश की। यह घटना Supreme Court के कमरा नंबर 1 में सुनवाई के दौरान हुई। हालांकि जूता CJI BR Gavai तक नहीं पहुंचा। पुलिस कर्मियों ने आरोपी को तुरंत पकड़ लिया। इस घटना ने न केवल अदालत में हंगामा मचा दिया बल्कि सुप्रीम कोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाए।

CJI BR Gavai पर जूता फेंकने की घटना का विवरण

घटना सुबह 11 बजे कोर्ट रूम में घटी। CJI BR Gavai की बेंच एक मामले की सुनवाई कर रही थी। तभी अचानक एक व्यक्ति वकील को पोशाक में दौड़ता हुआ आया और सीजेआई की तरफ जूता फेंकने को कोशिश की। जूता हवा में गिर गया और CJI BR Gavai को कोई चोट नहीं आई। फेंकने के तुरंत बाद वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने आरोपी गिरफ्तार कर लिया। बाहर निकले समय आरोपी ने ” सनातन का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान” के नारे लगाए।

कौन है सीजेआई पर जूता फेंकने वाला

आरोपी एक 71 वर्षीय वकील है। वह 2011 से Supreme Court बार काउंसिल का सदस्य है। उसका नाम राकेश किशोर है। जांच में पता चला कि वह सुप्रीम कोर्ट के गलियारे में जाना पहचाना चेहरा है। वह पिछले दो दशक से Supreme Court में प्रैक्टिस कर रहा है।पुलिस ने उसे तुरंत हिरासत में ले लिया। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल मामले की जाँच कर रही है।

वकील ने CJI BR Gavai पर क्यों फेंका जूता ?

यह घटना CJI BR Gavai के एक पुराने फैसले जुडी लगती है। कुछ महीने पहले मध्य प्रदेश के खजुराहो में भगवान विष्णु की 7 फुट ऊंची सिर कटी मूर्ति की पुनर्स्थापना से जुड़े मामले में CJI BR Gavai की बेंच ने याचिका खारिज कर दी थी।

सुनवाई के दौरान भारत के प्रधान न्यायाधीश जस्टिस बीआर गवई ने याचिकाकर्ता से कहा था “जाओ और भगवान से खुद करने के लिए कहो। तुम कहते हो कि तुम भगवान विष्णु का कट्टर भक्त हो, जाओ उनसे प्रार्थना करो। ” चीफ जस्टिस ऑफ़ इंडिया की इस टिपण्णी को कई लोगों ने सनातन धर्म का अपमान माना था। आरोपी वकील भी इस टिप्पणी से आहत था और आवेश में आकर यह कदम उठा लिया।

बार एसोसिएशन ने की कड़ी निंदा

सुप्रीम कोर्ट की बार एसोसिएशन के कई सदस्यों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। एक वकील ने कहा ,”यह घटना बहुत शर्मनाक है। वो भी एक वकील द्वारा असॉल्ट का प्रयास। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं ,हम आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हैं।” वकीलों ने आरोपी के खिलाफ बार काउंसिल में कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

कौन हैं CJI BR Gavai ?

जस्टिस भूषण रामकृष्ण गवई भारत के 52वे मुख्य न्यायाधीश हैं। वे दलित समुदाय से आते हैं। वे सुप्रीम कोर्ट में 2019 से जज रहे। उनकी नियुक्ति पर राजनीतिक विवाद भी हुआ था। वे सामाजिक न्याय और संविधानिक मामलों में अपनी मजबूत राय के लिए जाने जाते हैं।

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