Abhimanyu Mishra 16 ने, वर्ल्ड चैस चैंपियन Gukesh D को फिडे ग्रैंड स्विस टूर्नामेंट में हराकर इतिहास रच दिया है। इसी के साथ मिश्रा शतरंज के सबसे युवा खिलाडी बन गए।
Abhimanyu Mishra ने Gukesh D को हराया
16 वर्षीय अमेरिकी शतरंज खिलाड़ी अभिमन्यु मिश्रा (Abhimanyu Mishra) ने सितंबर 2025 को उज्बेकिस्तान के समरकंद में आयोजित फिडे ग्रैंड स्विस टूर्नामेंट के राउंड 5 में क्लासिकल शतरंज में भारत के मौजूदा विश्व चैंपियन डी. गुकेश डोमाराजू को हराकर इतिहास रच दिया। यह जीत न केवल मिश्रा के करियर में सबसे बड़ी उपलब्धि थी, बल्कि क्लासिकल प्रारूप में किसी मौजूदा विश्व चैंपियन (chess Champion Gukesh D) को हराने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बनने का रिकॉर्ड भी बना, जो 1990 के दशक से कायम था।
Gukesh D VS Abhimanyu Mishra: FIDE Grand Swiss 2025
- स्थान: समरकंद, उज्बेकिस्तान (4-15 सितंबर 2025 तक 11-राउंड स्विस-सिस्टम टूर्नामेंट, 2026 विश्व चैम्पियनशिप चक्र के लिए क्वालीफायर)
- खिलाड़ी: अभिमन्यु मिश्रा (अमेरिका, रेटिंग लगभग 2611, सफ़ेद मोहरे) बनाम डी. गुकेश (भारत, रेटिंग 2780+, काले मोहरे)
- गेम: शास्त्रीय समय नियंत्रण (प्रति चाल 90 मिनट + 30 सेकंड की वृद्धि)।
- गेम का प्रारूप: शास्त्रीय समय नियंत्रण (प्रति चाल 90 मिनट + 30 सेकंड की वृद्धि)।मिश्रा ने गुकेश को 61 चालों में हराया।
अभिमन्यु ने गुकेश को ऐसे हराया
खेल की शुरुआत इतालवी ओपनिंग (ग्यूको पियानो) से हुई, जहाँ Abhimanyu Mishra ने 12वीं चाल में एक घोड़े का साहसपूर्वक बलिदान दिया। इससे गुकेश की रणनीति गड़बड़ा गई और मिश्रा को चार प्यादे मिल गए। मध्य खेल में गुकेश ने रक्षात्मक खेल दिखाया और अतिरिक्त मोहरों को वापस लेने की कोशिश की, लेकिन अंतिम खेल में मिश्रा की सटीकता (एक मोहरे को रानी बनाने के करीब लाकर) ने गुकेश को हार मानने पर मजबूर कर दिया।
Abhimanyu Mishra ेने 61 चालों में गेम जीता
खेल काफी तनावपूर्ण था। गुकेश ने 12वीं चाल में h-प्यादे की बजाय g-प्यादे को आगे बढ़ाकर गलती की, जो गलत था। मिश्रा ने समय प्रबंधन और रूक एंडगेम में श्रेष्ठता दिखाई। दिलचस्प बात यह है कि मिश्रा का बिना हारे लगातार 61 क्लासिकल गेम जीतने का सिलसिला भी 61 चालों में ही खत्म हो गया!
मिश्रा ने मैच के बाद कहा, “मैं बहुत ही संघर्षपूर्ण खेल खेलना चाहता था। मुझे लगता है कि प्राग (आर. प्रग्गनानंदा) के खिलाफ ब्लैक के साथ ड्रॉ खेलने के बाद मैं कोई बड़ा अंडरडॉग नहीं था। लेकिन अगर गुकेश ने गलतियाँ न की होतीं, तो मैं हार सकता था। यह मेरी पिछली जीतों जितना साफ़-सुथरा एहसास नहीं था।” उन्होंने आगे कहा, “मुझे लगता है कि अगर मैं अपनी घबराहट पर काबू रखूँ, तो मैं दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के बराबर हूँ।”
कौन हैं अभिमन्यु मिश्रा
अभिमन्यु मिश्रा का जन्म 5 फरवरी 2009 को न्यू जर्सी, अमेरिका में हुआ था। उनके माता-पिता हेमंत और स्वाति मिश्रा मूल रूप से भारत से हैं। पिता हेमंत ने उन्हें मात्र ढाई साल की उम्र में शतरंज सिखाया था। मिश्रा की प्रतिभा कम उम्र में ही उभर कर सामने आ गई थी।
अभिमन्यु मिश्रा के रिकॉर्ड
Abhimanyu Mishra ने 6 वर्ष की आयु में अंतर्राष्ट्रीय मास्टर (आईएम) मानदंड प्राप्त किया। 10 वर्ष, 9 महीने और 20 दिन की आयु में आईएम उपाधि प्राप्त की। 2021 में 12 वर्ष, 4 महीने और 25 दिन की उम्र में जीएम बने, जो दुनिया में अब तक का सबसे कम उम्र का रिकॉर्ड है (पहले सर्गेई कारजाकिन के पास था)।
मिश्रा ने 2024 में यूएस चैंपियनशिप में दूसरा स्थान। शीर्ष 100 रैंकिंग में प्रवेश। ग्रैंडमास्टर्स अरुण प्रसाद सुब्रमण्यम और मागेश चंद्रन के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण प्राप्त। वे 61 क्लासिकल खेलों में अपराजित रहे।
युवाओं के लिए प्रेरणा बने मिश्रा
16 साल की उम्र में रेटिंग 2611, अधिकतम 2634 (मई 2024)। वे युवा शतरंज खिलाड़ियों के लिए प्रेरणास्रोत हैं।
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World Chess Champion Gukesh D
डी. गुकेश डोमाराजू (जन्म 2006, 19 वर्ष) भारत के सबसे युवा विश्व चैंपियन हैं। उन्होंने 2024 में होने वाली FIDE विश्व चैंपियनशिप जीती। यह हार Gukesh D के लिए एक बड़ा झटका थी, क्योंकि वह टूर्नामेंट में शानदार फॉर्म में थे। उन्होंने राउंड 4 में अर्जुन एरिगासी के साथ ड्रॉ खेला। राउंड 6 में वे फिर से हार गए, लेकिन टूर्नामेंट में उनकी वापसी की उम्मीद है।