भारतीय कुश्ती की दुनिया में बृजभूषण शरण सिंह को लेकर छिड़ा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। साक्षी मलिक के संन्यास के बाद बजरंग पुनिया ने अपना पद्मश्री अवॉर्ड लौटा दिया था। अब विनेश फोगट ने भी अपना खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड लौटा दिया है।
कुश्ती की दुनिया में पूर्व WFI प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह को लेकर छिड़ा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। सिंह के करीबी संजय सिंह को भारतीय कुश्ती संघ का चीफ बनाए जाने के बाद साक्षी मलिक ने खेल से संन्यास लेने की घोषणा की थी। उनके बाद बजरंग पुनिया ने अपना पद्मश्री पुरस्कार लौटा दिया था। अब शनिवार शाम को महिला पहलवान विनेश फोगट ने अपने अवॉर्ड्स वापस कर दिए हैं। विनेश ने अपना अर्जुन अवॉर्ड और खेल रत्न पुरस्कार कर्तव्य पथ पर बैरिकेड के पास छोड़ दिया। वह अवार्ड वापस करने के लिए पीएमओ जा रही थीं। उन्हें रास्ते में ही पुलिस ने रोक दिया।
पुरस्कार वापस लौटाने से पहले विनेश फोगट ने कहा ,” मैं अपना मेजर ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन अवार्ड वापस कर रही हूं। इस हालत में पहुंचाने के लिए ताकतवर का धन्यवाद। यह दिन किसी भी खिलाडी के जीवन में न आए। देश की महिला पहलवान सबसे बुरे दौर से गुजर रही हैं। ”
बजरंज पुनिया ने अपना अवॉर्ड लौटाया
विनेश फोगट से पहले 22 दिसंबर को बजरंग पुनिया ने अपना पद्मश्री पुरस्कार लौटा दिया था। अवार्ड वापस करने से पहले बजरंग पुनिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम के खत लिखा था। उन्होने लिखा,” मैं अपना पद्मश्री अवॉर्ड प्रधानमंत्री जी को लौटा रहा हूं। यह मेरा पत्र है, मेरी स्टेटमेंट है। ”
पहलवान कर रहे हैं विरोध प्रदर्शन
दरअसल, हाल ही में हुए कुश्ती संघ के चुनाव में बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह ने जीत हासिल की थी। वह डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष नियुक्त किए गए थे। इसे लेकर साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और विनेश फोगट सहित काफी पहलवान निराश और नाराज हैं। ये सभी पहलवान लगभग पिछले एक साल से बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इन सभी पहलवानों की मांग है कि यौन उत्पीड़न ने आरोपी बृजभूषण शरण सिंह को जेल की सजा हो और कुश्ती संघ का प्रमुख किसी महिला को बनाया जाए।
हालांकि, खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ की नवनिर्वाचित कार्यकारिणी को भंग कर दिया है। खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष संजय सिंह और कार्यकारिणी को संस्पेंड कर दिया है।