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Aliens News : ब्रह्मांड में एलियंस को खोजने के लिए NASA ने डिजाइन किया स्पेशल एयरक्राफ्ट यूरोपा क्लिपर

नासा ने ब्रह्मांड में एलियंस की खोज के लिए विशेष विमान यूरोपा क्लिपर डिजाइन किया है

Aliens News: धरती पर एलियंस मौजूद हैं या नहीं ? इस विषय पर पिछले कई दशक से शोध चल रहा है। अब NASA ने ब्रह्मांड में एलियंस को खोजने के लिए स्पेशल एयरक्राफ्ट Europa Clipper तैयार किया है। 1500 करोड़ के बजट में बना यह अंतरिक्ष यान एलियंस पर 2030 तक रिसर्च करेगा।

NASA News : क्या ब्रह्मांड में एलियंस मौजूद हैं या नहीं ? ये सवाल पिछले कई दशक एक रहस्य बना हुआ है। हालांकि, कई बार धरती पर एलियंस के मौजूद होने की खबरें आई हैं लेकिन किसी भी एजेंसी ने इस बारे में कोई आधिकारिक पुषिट नहीं की है। दुनिया भर की स्पेस एजेंसियां इस सवाल जवाब ढूढ़ने की कोशिश कर रही हैं।

अब अमेरिका के वाशिंगटन यूनवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि अमेरिकी स्पेस एजेंसी 2030 तक एलियंस को ढूंढ निकालेगी। शोधकर्ताओं का दावा है कि एलियंस बृहस्पति ग्रह के चंद्रमा यूरोपा पर रहते हैं। इनको खोजने के लिए नासा एक मिशन लॉन्च करेगा।

नासा का यूरोपा क्लिपर स्पेशल एयरक्राफ्ट खोजेगा एलियंस

दरअसल, नासा ने एलियंस को खोजने के लिए स्पेशल एयरक्राफ्ट यूरोपा क्लिपर डिजाइन किया है। इस अंतरिक्ष यान को अक्टूबर 2024 में लॉन्च किया जाएगा। अंतरिक्ष यान यूरोपा क्लिपर अगले साढ़े चार साल तक बृहस्पति ग्रह के चंद्रमा यूरोपा पॉइंट पर पहुंचेगा। इस अंतरिक्ष यान को 177 मिलियन डॉलर यानि 1500 के बजट के साथ डिजाइन किया गया है। यह यान अक्टूबर में लॉन्च होने के बाद 2030 तक चंद्रमा यूरोपा का सफर तय करेगा।

डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, यूरोपा क्लिपर में आधुनिक उपकरण लगे हुए हैं। ये उपकरण चंद्रमा के महासागरों से निकलने वाले छोटे से बर्फ के कण में भी अगर कोई जीवित कोशिका मौजूद है, तो उसका भी पता लगा लेंगे।

बर्फ की मोटी चादरों के नीचे छिपे हैं एलियंस ?

दरअसल, शोधकर्ताओं का दावा है कि यूरोपा चंद्रमा पर बड़े-बड़े महासागर मौजूद हैं। इन महासागरों के ऊपर बर्फ की मोटी चादर ढकीं हुई है। इस बर्फ के नीचे ही जीवन की मौजूदगी हो सकती है। अगर वे एलियंस भी होंगे तो छोटे आकार के बैक्टीरिया की तरह मौजूद होंगे।

ब्रह्मांड में जीवन कहां संभव है ?

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने चंद्रमा यूरोपा को अध्ययन के लिए इस लिए चुना है क्योंकि वहां पानी और पोषक तत्व मौजूद हैं। ऐसे में वहां जीवन की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। वैज्ञानिकों का मानना है कि किसी भी ग्रह पर जीवन इ लिए पानी, अनुकूल तापमान और सूर्य की रौशनी का होना जरूरी है।

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