बॉलीवुड के मोगांबो अमरीश पुरी भले ही आज इस दुनिया में नहीं हैं। लेकिन उनके डायलॉग आज भी लोगों के मुह से सुनने को मिलते रहते हैं। अमरीश पुरी की बॉलीवुड में एंट्री उस उम्र में हुई थी ,जिस उम्र में लोग अपने पौते-पोतियों को गोद में खिलाते हैं। हाल ही में अमरीश पुरी के पौते वर्धन पुरी ने अपने दादा-दादी की प्रेम कहानी के बारे में एक बड़ा खुलासा किया है।
अभिनेता वर्धन पुरी ने अपने दादा अमरीश पुरी के बारे में बताई रोचक बातें
अमरीश पुरी की पौते, अभिनेता वर्धन पुरी ने पीपिंग मून को दिए गए एक इंटरव्यू में अपने दादा के फ़िल्मी दुनिया में संघर्ष और निजी जीवन में प्रेम कहानी के बारे में कुछ रोचक बातें बताई हैं।
अमरीश पुरी की लव स्टोरी
वर्धन पुरी ने इंटरव्यू में बताया ,” दादु दादी से एक बीमा कंपनी में मिले थे। जहां, दादु एक क्लर्क के रूप में काम करते थे। जल्द ही उन्हें एक दूसरे से प्यार हो गया। लेकिन हर प्रेम कहानी की तरह इसमें भी एक मोड़ था। दादी दक्षिण भारतीय थी ,जबकि दादु एक पंजाबी थे।
अभिनेता वर्धन पुरी ने आगे बताया ,” जब दादा-दादी के परिवारों को उनकी लव स्टोरी के बारे में पता चला तो दोनों परिवारों को यह पसंद नहीं आया और वे इस शादी के खिलाफ थे। लेकिन दादु और दादी (उर्मिला दिवेकर ) ने अपने-अपने परिवारों को मना लिया और उनके आशीर्वाद से शादी कर ली। ”
अभिनेता अमरीश पुरी का फ़िल्मी सफर
पीपिंग मून से बात करते हुए वर्धन पुरी ने आगे कहा ,” दादा जी ने अपने जीवन में बहुत संघर्ष किया। वह फिल्मों में हीरो बनना चाहते थे लेकिन खलनायक बन गए। जिसने पुरे समय उनका साथ दिया वो मेरी दादी जी थी। दादा जी जिस समय फिल्म इंडस्ट्री में संघर्ष कर रहे थे ,उस समय घर का खर्च चलाने के लिए दादी जी ने ओवरटाइम किया और घरवालों का पालन पोषण किया।
” दादु 41 साल की उम्र में फिल्म इंडस्ट्री में सफल हो गए थे। दादा जी हमेशा कहा करते थे ,” मैं हीरो बनूं या न बनूं लेकिन इस घर की हीरो तो मेरी बीवी ही है। ” इस तरह वर्धन पुरी ने अपने दादा-दादी की लव स्टोरी और फिल्म इंडस्ट्री में संघर्ष की कहानी बताई।