पीएम नरेंद्र मोदी 16 जनवरी 2021 से देशव्यापी कोरोना वायरस टीकाकरण अभियान की शुरुआत करेंगे। टीकाकरण के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को वैक्सीन की पर्याप्त खेपें भेज दी गई हैं।
भारत में कोरोना वायरस टीकाकरण विश्व का सबसे बड़ा अभियान होगा। इस अभियान में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 3006 स्थान डिजिटल माध्यम से जुड़ेंगे।जिसमें हर केंद्र पर 100 लोगों का टीकाकरण होगा।केंद्र सरकार द्वारा खरीदे गए कोविशील्ड और कोवैक्सीन के टीके की 1.65 करोड़ डोज उनके स्वास्थ्यकर्मियों के आंकड़ों के अनुसार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को आबंटित की जा चुकी हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने सभी प्रदेशों को वैक्सीन के बारे में सूचना जारी कर दी है।
राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को टीकाकरण के बारे में जरूरी दिशा-निर्देश
- कोरोना वैक्सीन 18 वर्ष की आयु से अधिक वाले लोगों को लगाई जाएगी।
- यदि किसी व्यक्ति को किसी दूसरी बीमारी का टीका लगना है तो कोरोना वैक्सीन और दूसरी वैक्सीन के लगने में 14 दिन का अंतर होना चाहिए।
- किसी व्यक्ति को पहला टीका कोविशील्ड और कोवैक्सीन में से लगेगा,उसी का दूसरा टीका भी उसी वैक्सीन में से लगेगा ।
- जो महिलाएं गर्भवती हैं या बच्चे को दूध पिला रही हैं,उनको वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी।
- अगर किसी व्यक्ति में कोरोना संक्रमण के लक्षण हैं तो उसको ठीक होने एक से दो महीने के बाद कोरोना वैक्सीन दी जानी चाहिए।
- बीमार या अस्पताल में एडमिट लोगों को कोरोना का टीका ठीक होने के 4-8 हफ्ते के बाद लगाया जाना चाहिए।
जो व्यक्ति किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं,एचआईवी पॉजिटिव हैं या दिल की बीमारी से जूझ रहे हैं, को कोरोना वायरस का टीका लगाया जा सकता है ।