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भारत में बढ़ रहा है कोरोनावायरस वैरिएंट BF.7, ये लक्षण देखते ही हो जाएं सावधान

BF 7 variant: भारत में बढ़ रहा है कोरोनावायरस वैरिएंट BF.7

BF 7 variant :विश्व के कई देशों में COVID-19 का संक्रमण दोबारा फैलने लगा है। अब कोरोनावायरस के Omicron वैरिएंट का सब-वैरिएंट BF.7  ( New Covid variant )  आ गया है। जिसके मामले भारत में भी आ चुके हैं। आइये जानते हैं कोरोना के नए वैरिएंट के लक्षणों के बारे में।

BF 7 variant: भारत में बढ़ रहा है कोरोनावायरस वैरिएंट BF.7

Covid News Update : कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर दुनिया की चिंता बढ़ा दी है। कोरोनावायरस से लोगों को थोड़ी राहत मिली थी लेकिन दोबारा फिर चीन , अमेरिका , दक्षिण कोरिया , जापान , ब्राजील और अर्जेंटीना जैसे देशों में कोरोना केस बढ़ने लगे हैं।

बीएफ.7 के केस

कोविड के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक मीटिंग बुलाई। जिसमें कई फैसले लिए गए। फिर से बढ़ते हुए कोरोना मामलों में नया वैरिएंट BF.7 के चार केस भारत में भी पाए गए हैं। गुजरात में एक एनआरआई महिला में कोरोना के नए वैरिएंट बीएफ.7 के लक्षण पाए गए हैं। उसे कोरोना वैक्सीन की तीन डोज लग चुकी हैं।

COVID-19 लगातार म्यूटेट हो रहा है। जिसके कारण इसके लक्षण भी बदल रहे हैं। ऐसे में कई मामले ऐसे सामने आए हैं ,जिनमें कोरोना वैक्सीन की डोज ले चुके लोग भी पॉजिटिव हो रहे हैं। दरअसल , ऐसे कई लक्षण हैं जिन्हे आम लोग सामान्य मानकर नजरअंदाज कर देते हैं लेकिन ये कोरोना के लक्षण भी हो सकते हैं। यूके की हेल्थ स्टडी में लोगों ने अपने कोरोना के लक्षणों को बताया है। आइये जानते हैं कि लोगों ने कौनसे नए लक्षणों का जिक्र किया है।

लोगों बताए लक्षण

express.co.uk की रिपोर्ट के अनुसार , कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद से ही लोगों ने ZOE ऐप पर कोरोना के लक्षणों के बारे में बताया है। उन्होंने बताया कि कैसे लक्षण बदल रहे हैं। दूसरे वायरसों की तरह SARS-CoV-2 कोरोनावायरस है जो COVID-19 का कारण बनता है। यह फैलने की क्षमता और लक्षणों के कारण म्यूटेट हो रहा है। नीचे बताए गए लक्षणों को देखते ही सावधान हो जाएं।

ये लक्षण देखते ही सावधान हो जाएं

कोरोना के लक्षण दिखने पर क्या करें ?

NHS की रिपोर्ट के अनुसार , कई लोग कोरोना संक्रमित होने से ठीक होने के दस दिन बाद तक भी संक्रमण फैला सकते हैं। ऐसे लोगों को संक्रमण होने के बाद दूसरे लोगों के संपर्क में नहीं आना चाहिए। खुद को आइसोलेट कर लेना चाहिए, दवाई और परहेज रखना चाहिए।

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