पुलिस के जाल में आतंकवादियों को अपने साथ ले जाते हुए ऐसे फंसा DSP Davinder Singh
जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों की पैसे लेकर मदद करने वाला DSP Davinder Singh काफी लंबे समय से सुरक्षा एजेंसियों की आँखों में धूल झोंकता हुआ आ रहा था।
इसके खिलाफ कई बार जाँच हुई लेकिन अपनी चालाकी और सिस्टम की ख़ामियों के कारण हर बार बच जाता था। लेकिन इस बार जब वह श्रीनगर से आतंकवादियों को लेकर चला तो उसका गुडलक उसको गुड बॉय बोल चुका था।
शोपियां के डीएसपी संदीप चौधरी के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम ने पहली बार एक फोन कॉल रिकॉर्ड किया। इस कॉल में बहुत सनसनीखेज जानकारियां मिली। जिससे पुलिस अफ़सर चौंक गए।
डीएसपी संदीप चौधरी ने इस कॉल की जानकारी अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दी। इसके बाद गद्दार डीएसपी दविंदर सिंह की हर गतिविधियों पर निगाह रखी जाने लगी।
शुक्रवार के दिन DSP Davinder Singh ने हिज्बुल मुजाहिदीन के स्वयंभू ज़िला कमांडर नवीद बाबू से फोन पर बात की। सुरक्षा एजेंसियों ने इस कॉल को रिकॉर्ड कर लिया। सुरक्षा एजेंसियों को डीएसपी के पुरे प्लान की जानकारी हो गई।
DSP Davinder Singh आतंकवादी नवीद बाबू और उसके साथी को लेकर श्रीनगर से जम्मू जाने वाला था। जिसके लिए उसने विभाग से छुट्टी ले रखी थी। आपको बता दें, दविंदर सिंह श्रीनगर के एयरपोर्ट पर एंटी हाइजैकिंग यूनिट में तैनात था।इस काण्ड के बाद उसे सस्पेंड कर दिया गया है।
शनिवार के दिन डीएसपी दविंदर सिंह आतंकी बाबू और उसके साथी को लेकर अपनी आई 10 कार में रवाना हुआ। उसकी कार तेजी से जम्मू की तरफ जाने वाले हाई वे पर दौड़ रही थी। दूसरी तरफ पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को उसकी पूरी मूवमेंट की जानकारी थी।
इस पुरे ऑपरेशन की मॉनीटरिंग दक्षिण कश्मीर के डीआईजी अतुल गोयल खुद कर रहे थे। जम्मू कश्मीर के कुलगाम के पास मीर बाजार में डीएसपी दविंदर की कार को पुलिस ने रोक दिया।
कार रोकते ही तीनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। हालांकि इस दौरान DSP Davinder Singh ने पुलिस कर्मियों पर अपने डीएसपी होने का रौब झाड़ने की कोशिश की। लेकिन डीआईजी अतुल गोयल को सामने देखकर उसके चेहरे का रंग उड़ गया। डीआईजी ने उसे ज़ोरदार डांट लगाई।
डीएसपी दविंदर सिंह से गिरफ्तारी के बाद उससे लगातार पूछताछ कर रही हैं। इस केस की जाँच कर रहे अधिकारी इस केस में दविंदर सिंह की भूमिका से खुद हैरान हैं।
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