भारत में मंकीपॉक्स के पहले मामले की पुष्टि, जानें कितना खतरनाक होता है ये वायरस
Monkeypox case in India: कोरोना महामारी के बाद अब दुनिया भर में Monkeypox की दहशत फैली हुई है। भारत में एमपॉक्स का पहला मामला मिला है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने मंकीपॉक्स को लेकर एडवाइजरी जारी की है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने भारत में Monkeypox के पहले केस की पुष्टि कर दी है। मरीज में पश्चिम अफ़्रीकी क्लैड 2 के एमपॉक्स वायरस की पुष्टि हुई है। मरीज की हालत स्थिर है, उसे आइसोलेट कर दिया गया है।
मंत्रालय के अनुसार , “पहले संदिग्ध माने गए मंकीपॉक्स मरीज को यात्रा संबंधी संक्रमण के रूप में सत्यापित किया गया है। प्रयोगशाला परीक्षण में मरीज में पश्चिम अफ़्रीकी CLAD 2 एमपॉक्स वायरस की पुष्टि हुई है। इस पुरुष ने हाल ही में मंकीपॉक्स प्रभावित देश की यात्रा की थी। वर्तमान में उसे पृथकवास में रखा गया है। मरीज की हालत स्थिर है। ” स्वास्थ्य मंत्रालय ने एमपॉक्स को लेकर हेल्थ एडवाइजरी जारी की है।
कितना खतरनाक है Monkeypox
मंकीपॉक्स का पहला मामला कांगो में पाया गया था। यह कोरोनावायरस की तरह जानलेवा साबित हो सकता है। हालांकि मंकीपॉक्स के मरीज की मृत्यु दर 3 फीसदी है। यह खतरनाक बीमारी 17 से अधिक अफ़्रीकी देशों में पाई गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिशा निर्देश जारी करते हुए कहा कि एमपॉक्स से घबराने की जरूरत नहीं है। इसके साथ ही सावधानी बरतने पर जोर दिया गया है। केंद्र सरकार ने इस बीमारी से संक्रमित व्यक्ति की जानकारी देने के लिए लोगों से आग्रह किया है।
कैसे फैलता है एमपॉक्स
एमपॉक्स के ऐसी बिमारी है जो संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलती है। यह इंसान से जानवरों और जानवरों से इंसान में फ़ैल सकती है। संक्रमति व्यक्ति के संपर्क में आने वाले व्यक्तियों में फ़ैल सकता है।
MPox के लक्षण
इसके लक्षण चेचक की बीमारी की तरह होते हैं। शुरू में कम गंभीर नजर आने वाले इस वायरस के प्रमुख लक्षण, हाथ, पैर, मुंह समेत शरीर के अन्य हिस्सों पर स्माल पॉक्स की तरह दाने निकल आते हैं। शरीर में थकावट महसूस करना, गले में दर्द,सरदर्द और भूख कम लगना होते हैं। संक्रमित व्यक्ति के की त्वचा पर चार दिन में दाने निकल आते हैं। दाने फुंसी की तरह नजर आते हैं। जिसमें खुजली और दर्द होता है। ठीक होने से पहले इन दानों पर पपड़ी आती है।