मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि उन्हें अनिल अंबानी और RSS से जुड़े एक शख्स की फाइलें पास कराने के लिए 300 करोड़ की रिश्वत का ऑफर मिला था। सत्यपाल मलिक उस समय जम्मू कश्मीर के गवर्नर थे।
सत्यपाल मलिक 2018 में जम्मू कश्मीर के राज्यपाल थे। तब उन्हें कुछ गड़बड़ी का अंदेशा देखते हुए रिलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी के साथ यह डील कैंसिल कर दी थी। फाइल कैंसिल करने के बाद मलिक ने एंटी करप्शन ब्यूरो को इस डील की जानकारी दी थी। उन्होंने जांच एजेंसी को इस सौदे की तह तक की जांच पड़ताल करने के लिए कहा था।
2018 में जम्मू कश्मीर के राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक
मेघालय के मौजूदा राज्यपाल ने दो फाइलों के बारे में विस्तार से तो नहीं बताया लेकिन उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारियों, पेंशनरों और पत्रकारों के लिए लाए गए एक ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी से जुड़ी एक फाइल का जिक्र कर रहे थे। जिसके लिए सरकार ने अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस जनरल इंश्योरेंस से डील की बात कही थी ।
सत्यपाल मलिक ने आरोप लगाया है कि देश में सबसे ज्यादा करप्शन जम्मू-कश्मीर में है। उन्होंने कहा कि देश के बाकी हिस्सों में 4 से 5% तक कमीशन मांगा जाता है लेकिन जम्मू-कश्मीर में 15 फ़ीसदी कमीशन मांगा जाता है। हालांकि, उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर से कोई बड़ा भ्रष्टाचार के मामला अब तक सामने नहीं आया है।
झुंझुनू जिला में किया ये खुलासा
राजस्थान के झुंझुनू जिला में पहुंचे राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा,” कश्मीर जाने के बाद मेरे पास 2 फाइलें आई थी। एक अनिल अंबानी की फ़ाइल थी और दूसरी आरएसएस से जुड़े एक शख्स की थी, जो पिछली महबूबा मुफ्ती और बीजेपी के गठबंधन वाली सरकार में मंत्री थे। वह प्रधानमंत्री मोदी के भी वह बेहद करीबी। मलिक ने उस शख्स के नाम का खुलासा नहीं किया।
सत्यपाल मलिक ने आगे कहा कि मुझे सचिवों ने सूचना दी कि इसमें घोटाला है और फिर मैंने दोनों फाइल की डील रद्द कर दी। सचिवों ने मुझसे कहा कि दोनों फाइलों के लिए डेड डेड सौ करोड़ रुपए दिए जाएंगे। लेकिन मैंने उनसे कहा कि मैं पांच कुर्ते पजामे के साथ यहां आया हूं और सिर्फ उसी के साथ यहां से चला जाऊंगा। कहा जा रहा है कि राज्यपाल मलिक के इस बयान के वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुए।