ICC action: ICC ने टीम इंडिया के कप्तान सूर्यकुमार यादव, पाकिस्तान के खिलाड़ी साहिबजादा फरहान और हारिस रऊफ के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया। तीनों को चेतावनी भी दी।
ICC action: सूर्यकुमार यादव पर जुर्माना
हाल ही में एशिया कप 2025 के दौरान भारत बनाम पाकिस्तान के बीच हुए दो मैचों ने मैदान के बाहर भी विवाद खड़ा कर दिया। अंतराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने भारत के कप्तान सूर्यकुमार यादव पर 30 प्रतिशत मैच फीस जा जुर्माना लगाया। ICC ने पाकिस्तान के दो खिलाडियों, साहिबजादा फरहान और हारिस रऊफ के खिलाफ भी कड़ा एक्शन लिया। फरहान को केवल मौखील चेतावनी दी गई जबकि हारिस रऊफ पर भी 30 फीसदी मैच फीस जुर्माना लगाया। यह कार्रवाई दोनों टीमों द्वारा ICC में शिकायत दर्ज करने के बाद हुई।
ICC action: जानिए पूरा प्रकरण
एशिया कप 2025 दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेला जा रहा है। जहां 14 सितंबर को भारत और पाकिस्तान के बीच ग्रुप स्टेज मैच खेला गया था। इस मैच में भारत ने पाकिस्तान को हराया था। मैच के बाद, सूर्यकुमार यादव ने अपने पुरस्कार वितरण समारोह में जीत को “पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के परिवारों और ऑपरेशन सिंदूर में भाग लेने वाले भारतीय सशस्त्र बलों को समर्पित किया। उन्होंने कहा, “यह जीत हमारे सशस्त्र बलों को समर्पित है जिन्होंने महान बहादुरी का परिचय दिया।”
भारत बनाम पाकिस्तान मैच
यह बयान मई 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले सैन्य संघर्ष के संदर्भ में था, जिसे लेकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB ) ने आईसीसी में शिकायत दर्ज कराई थी और इसे “राजनीतिक बयान” बताया था। पीसीबी ने इसे आचार संहिता के स्तर 4 का उल्लंघन करार दिया और सूर्यकुमार के लिए कड़ी सजा की मांग की।
जवाब में, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI ) ने 21 सितंबर को सुपर फोर मैच (भारत बनाम पाकिस्तान) के दौरान पाकिस्तानी खिलाड़ियों द्वारा “भड़काऊ इशारों” के बारे में शिकायत की।
ICC action: गन सेलिब्रेशन
साहिबजादा फरहान ने अर्धशतक पूरा करने के बाद “बंदूक से जश्न” मनाया, जबकि हारिस राउफ ने सीमा रेखा पर खड़े होकर दर्शकों की ओर “उड़ने का इशारा” किया और भारतीय सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल और अभिषेक शर्मा के साथ बहस भी की।
25 सितंबर को आईसीसी मैच रेफरी रिची रिचर्डसन ने दुबई में सूर्यकुमार का पक्ष सुना। सूर्यकुमार ने आरोप से इनकार किया और “निर्दोष” होने की दलील दी। बीसीसीआई के सीईओ हेमांग अमीन और क्रिकेट संचालन प्रबंधक सुमित मल्लापुरकर उनके साथ थे। आईसीसी ने वीडियो क्लिप दिखाकर बयान दर्ज किए।
राजनीतिक ब्यानबाजी
सूर्यकुमार को भविष्य में राजनीतिक बयानबाज़ी न करने की सलाह दी गई। 26 सितंबर को उनकी मैच फ़ीस का 30% जुर्माना लगाने का फ़ैसला सुनाया गया। भारत ने इस फ़ैसले के ख़िलाफ़ अपील करने का फ़ैसला किया है, लेकिन यह सज़ा अभी भी लागू है।
साहिबजादा फरहान और हारिस रऊफ का मुकदमा:
25 और 26 सितंबर के बीच हुई सुनवाई में दोनों ने “दोषी नहीं” होने की दलील दी। फरहान ने अपने बंदूक के जश्न को “अपने कबीले की परंपरा” बताया और कहा कि एमएस धोनी और विराट कोहली भी ऐसा करते थे।
रऊफ़ ने इन हाव-भावों को “भीड़ की प्रतिक्रिया” बताया, न कि राजनीतिक। आईसीसी ने फरहान को मौखिक चेतावनी दी। जबकि रऊफ़ पर मैच फीस का 30% जुर्माना लगाया गया। क्योंकि उनकी आपत्तिजनक भाषा और हाव-भाव को ज़्यादा गंभीर माना गया।
यह विवाद एशिया कप फ़ाइनल (भारत बनाम पाकिस्तान, 28 सितंबर को संभावित) से पहले तनाव बढ़ा रहा है। पीसीबी अध्यक्ष मोहसिन नक़वी ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट किए, जबकि बीसीसीआई ने इसे “दोहरा मापदंड” बताते हुए इसकी निंदा की।
आईसीसी का लक्ष्य खेल को राजनीति से अलग रखना है। जैसा कि उसकी आचार संहिता से स्पष्ट है। खिलाड़ियों को चेतावनी दी गई है कि वे सुनिश्चित करें कि टूर्नामेंट के बाकी मैचों में ऐसी घटनाएँ न हों।
ICC action: क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटना का भारत-पाकिस्तान क्रिकेट पर असर पड़ सकता है, लेकिन हल्की सजा के कारण मैच पर इसका ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। सूर्यकुमार ने कहा, “क्रिकेट हमें एकजुट करता है, लेकिन देश पहले आता है।” इस बीच, पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने इसे “अतिशयोक्तिपूर्ण” प्रतिक्रिया बताया।