इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज (INTACH) की एक पुरातत्व सर्वेक्षण टीम ने दावा किया है कि उन्होंने ओडिशा के कटक में महानदी में एक प्राचीन जलमग्न मंदिर की खोज की है।
शोधकर्ताओं के अनुसार, यह देवता गोपीनाथ का मंदिर है जो 15वीं शताब्दी के सतपटन में था। जब पद्मावती महानदी में बाढ़ आई और क्षेत्र जलमग्न हो गया और मंदिर भी जलमग्न हो गया था। मंदिर 60 फीट ऊंचाई का है।INTACH के प्रोजेक्ट असिस्टेंट दीपक कुमार नायक ने इसकी खोज की है।
स्थानीय लोगों के अनुसार इस साठ फ़ीट ऊंचे जलमग्न मंदिर के मस्तक को 11 साल पहले देखा गया था। लोगों का कहना है कि नदी के किनारे ऐसे कई मंदिर हैं। जलमग्न मंदिर पश्चिम की ओर है, जिसमें पिध क्रम की मुखशाला और रेखा देउला शैली की विमना है।
न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार ,’ गोपींनाथ देव भगवान कृष्ण का एक रूप है। सातपाटन सात गांवों का एक संयोजन था। जब वहां बाढ़ आई थी तो देवता को सुरक्षित स्थान पर हटा लिया गया था और मंदिर जलमग्न हो गया था।
मंदिर पर शोध कर रहे इंटैक के अनिल धीर के अनुसार नदी के आसपास सभी ऐतिहासिक धरोहरों का दस्तावेजीकरण किया जा रहा है। मंदिर के 5 किलोमीटर के दायरे में और मंदिरों की खोज की जा रही है। ये भी पढ़ें :जब राम सीता लक्ष्मण और रामायण के निर्देशक रामानंद सागर काले नाग के डर से भाग खड़े हुए थे #BTS