भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ISRO ने 22 जुलाई को चंद्रयान 2 को लांच किया था। 7 सितंबर को चंद्रमा की कक्षा में सॉफ्ट लैंडिंग के दौरान चंद्रयान 2 के विक्रम लैंडर का इसरो के जमीनी कंट्रोल स्टेशन संपर्क टूट गया था।
अंतरिक्ष में भेजे गए Chandrayaan 2 और ऑर्बिटर लाइव काम कर रहे हैं जबकि विक्रम लैंडर का भी ISRO कंट्रोल स्टेशन से संपर्क नहीं हुआ है। इसरो की टीम और अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा लगातार विक्रम लैंडर से संपर्क साधने की कोशिश कर रहे हैं। चांद की सतह पर सुरक्षित है विक्रम लैंडर,भेजी थर्मल इमेज,जल्द ही इसरो के संपर्क में होगा
इसरो ने 7 सितंबर को अपने महत्वाकांक्षी चंद्रमा Chandrayaan 2 चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग के दौरान विक्रम लैंडर से संपर्क खोने के बाद देश भर से मिले समर्थन के लिए देश वासियों का आभार व्यक्त किया है। इसरो ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर लिखा , ” हमारे साथ खड़े होने के लिए धन्यवाद। हम दुनिया भर में भारतियों की आशाओं और सपनों से प्रेरित होकर आगे बढ़ते रहेंगे।” आपको बता दें ,7 सितंबर की रात को चंद्रमा पर चंद्रयान 2 को सॉफ्ट लैंडिंग के प्रयास के अंतिम में उस समय इसरो के कंट्रोल रूम से संपर्क टूट गया था जब वह चांद की सतह से मात्र 2.1 किलोमीटर दूर रहा गया था।चंद्रयान 2: चंद्रमा की सतह पर स्थित हुआ विक्रम लैंडर, इसरो चीफ सिवन ने की सही होने की पुष्टि
Thank you for standing by us. We will continue to keep going forward — propelled by the hopes and dreams of Indians across the world! pic.twitter.com/vPgEWcwvIa
— ISRO (@isro) September 17, 2019
हालांकि भारत के इस प्रयास की सराहना अमेरिका जापान,रूस और चीन सहित काफी देशों ने की है। भारत इस ऐतिहासिक मून लैंडिंग के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी ISRO के कंट्रोल रूम में मौजूद थे।