Mission Chandrayaan 4: चंद्रयान 3 की सफलता के बाद अब शिव शक्ति पॉइंट पर लैंड करेगा चंद्रयान 4

Mission Chandrayaan 4: चंद्रयान 3 की सफलतापूर्वक लैंडिंग के बाद अब ISRO टीम चंद्रयान 4 की तैयारी में जुट गई है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने बताया कि Chandrayaan 4 भी चांद के साउथ पोल पर शिव शक्ति पॉइंट पर लैंड करेगा।

23 अगस्त 2023 को भारतीय रक्षा अनुंसंधान संगठन ने चंद्रयान 3 को चंद्रमा के साउथ पोल पर सॉफ्ट लैंडिंग कराकर इतिहास रच दिया था। अब इसरो मिशन चंद्रयान 4 की तैयारी में जुट गया है। इसरो और जापान की अंतरिक्ष एजेंसी JAXA लूनर पोल एक्सप्लोरेशन मिशन ( LUPEX ) काम कर रहे हैं। इस मिशन पर काम कर रहे एसएसी के निदेशक नीलेश देसाई ने चंद्रयान 4 की सॉफ्ट लैंडिंग उसी पॉइंट पर होगी जहां चंद्रयान 3 लैंड हुआ था।

Mission Chandrayaan 4: नीलेश देसाई के अनुसार, चंद्रयान 4 का मुख्य मकसद चांद की सतह से मिट्टी को धरती पर लाना होगा। इस मिशन पर भारत जापान की अंतरिक्ष एजेंसियां काम कर रही हैं। इस मिशन को 2028 लॉन्च किया जाएगा।

देसाई ने कहा,” चंद्रयान 4 को चांद  दक्षिण ध्रुव पर लैंड कराया जाएगा। यह उसी जगह लैंड करेगा, जहां चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग हुई थी। इसे शिव शक्ति पॉइंट पर उतारने की कोशिश की जाएगी। चंद्रयान 4 को चंद्रयान 3 के मिशन को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। शिव शक्ति पॉइंट चांद पर उस जगह का नाम है, जहां चंद्रयान 3 ने लैंडिंग की थी। यान के विक्रम लैंडर ने चांद की सतह पर पानी समेत कई महत्वपूर्ण खोजें की थीं। ”

इसरो के अनुसार यह मिशन एक चंद्र दिवस के बराबर होगा। बता दें , चांद पर एक चंद्र दिवस पृथ्वी के 14 दिनों के बराबर होता है। चांद पर रातें बहुत ठंडी होती हैं। चांद पर रात में तापमान -200 डिग्री सेल्सियस से भी अधिक हो जाता है। इसी वजह से चंद्रमा पर रात के दौरान यान के उपकरणों के खराब होने की काफी संभावना होती है। बता दें, चांद पर रात होने के कारण इसरो की टीम चंद्रयान 3 से दोबारा संपर्क नहीं कर पाई थीं।

चंद्रयान 4 मिशन का मुख्य उद्देश्य चांद की सतह से नमूने एकत्रित करना, वहां से मिट्टी लाना और वैज्ञानिक विश्लेषण करना होगा।

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