डॉ भीमराव अंबेडकर जिनको बाबा साहब अंबेडकर के नाम से भी जाना जाता है , उनको याद करते हुए 14 अप्रैल को हर साल अंबेडकर जयंती मनाई जाती है । अंबेडकर जी स्वतंत्र भारत के प्रथम कानून और न्याय मंत्री बने ।
जन्म : अंबेडकरर जी का जन्म 14 अप्रैल 1891 को ( महू ) मध्य – प्रदेश में हुआ । इनका जन्म एक दलित परिवार में हुआ । दलित परिवार में जन्म होने के कारण इन्हे भेदभाव और जातिवाद का सामना करना पड़ता था ।
शिक्षा : अंबेडकर जी की प्रारम्भिक शिक्षा उनके जन्म स्थान से ही हुई । उन्होंने 1913 MA के डिग्री कोलम्बिया विश्विद्यलय ( अमेरिका ) से प्राप्त की । 1916 में इन्होने इसी विश्विद्यालय से पीएचडी की ।
योगदान :
- भीमराव जी ने जाति प्रथा , छुआछूत आदि के खिलाफ लड़ाई लड़ी। वो गरीबो का मसीहा बने और उन्हें न्याय दिलाया।
- चूँकि अंबेडकर जी अर्थशास्त्र के ज्ञाता थे इसलिए उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था को समझने में मदद की ।
- भीमराव जी को 29 अगस्त 1947 को constitution drafting committee का सदस्य नियुक्त किया गया । जिसके बाद उन्होंने भारत के सविधान में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया ।
- उन्होंने भारत में समानता के अधिकार के लिए लड़ाई लड़ी ।
बाबा साहेब अंबेडकर जी के योगदान संघर्ष आदि को याद करने की लिए ही हर वर्ष 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती मनाई जाती है ।
यह जयंती भारत में ही नहीं बल्कि अन्य देशो में भी बड़ी धूम-धाम से मनाई जाती है । विशेषकर मध्य प्रदेश में यह पर्व बहुत उल्लास के साथ मनाये जाता है । वहां पर भाषण , नृत्य , रंगोली आदि का कार्यक्रम किया जाता है । इस दिन पुरे देश में छुट्टी होती है। इस दिन मंत्री भी अंबेडकर जी की प्रतिमा पर फूल , माला चढ़ाकर उन्हें श्रधांजलि अर्पित करते है ।