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Tokyo Paralympics: मनीष नरवाल ने गोल्ड पर लगाया निशाना, सिंहराज अधाना ने 50 मीटर पिस्टल स्पर्धा में जीता सिल्वर मेडल

टोक्यो पैरालंपिक्स 2020 में मनीष नरवाल ने 50 मीटर मिक्स्ड शूटिंग स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीतकर भारत का नाम रोशन किया है। मनीष नरवाल ने टोक्यो की जमीन पर इतिहास रचते हुए भारत को तीसरा गोल्ड मेडल दिलाया है। शनिवार के दिन भारत दो रजत पदक पहले ही बैडमिंटन में पक्का कर चुका है।

टोक्यो पैरालंपिक्स 2020 में मनीष नरवाल ने 50 मीटर मिक्स्ड शूटिंग स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीतकर भारत का नाम रोशन किया है। मनीष नरवाल ने टोक्यो की जमीन पर इतिहास रचते हुए भारत को तीसरा गोल्ड मेडल दिलाया है। शनिवार के दिन भारत दो रजत पदक पहले ही बैडमिंटन में पक्का कर चुका है।

टोक्यो पैरा ओलंपिक 2020 में भारतीय खिलाड़ियों का शनिवार के दिन शानदार प्रदर्शन रहा। भारत के पैरा एथलीट मनीष नरवाल ने 50 मीटर मिक्स्ड शूटिंग में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है। इसी के साथ यह भारत के लिए पैरा ओलंपिक में तीसरा गोल्ड मेडल है। इससे पहले अवनी लखारा ने शूटिंग में गोल्ड मेडल जीता था। इसके अलावा 50 मीटर मिक्स्ड शूटिंग में सिंहराज अधाना ने सिल्वर मेडल जीता है। देश दो रजत पदक पहले ही बैडमिंटन में शनिवार को पक्का कर चुका है।

मनीष नरवाल ने 50 मीटर मिक्स्ड शूटिंग में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा 

19 वर्षीय नरवाल ने पैरा ओलंपिक का रिकॉर्ड बनाते हुए 218.2 का स्कोर किया। वहीं p1 पुरुषों की एस मीटर एयर पिस्टल sh1 स्पर्धा में मंगलवार को कांस्य पदक जीतने वाले अधाना ने 216.7 अंक बनाकर सिल्वर मेडल अपने नाम किया। तीसरे स्थान पर इस स्पर्धा में रूसी ओलंपिक समिति के सर्जेई मालिशेव रहे। जिन्होंने 196.8 अंकों के साथ ब्रोंज मेडल जीता।

सिंहराज अधाना ने शूटिंग में सिल्वर मेडल जीता 

शूटिंग के फाइनल मुकाबले में सिंहराज ने दो अन्य भारतीयों के मुकाबले में अच्छी शुरुआत की। पहले 10 शॉट के बाद आधाना ने 92.1 अंक के साथ तालिका में बढ़त बना चुके थे। वही क्वालिफिकेशन में सातवें स्थान पर रहे। नरवाल ने फाइनल में बेहद खराब प्रदर्शन की शुरुआत की। मनीष नरवाल ने प्रतियोगिता के पहले राउंड में 80.2 अंक जुटाए

हालांकि दोनों ही निशानेबाजों ने उस समय सबसे अच्छा प्रदर्शन किया जब उन्हें इसकी जरूरत थी। 18वे शॉट के बाद नरवाल चौथे स्थान पर आ गए। इसके बाद 19वीं और 20वीं राउंड में 19 वर्षीय भारतीय शूटर ने 10.8 और 10.5 अंक जुटाकर पहला स्थान हासिल किया।

बता दें इस कैटेगरी में शूटर एक ही हाथ से पिस्टल पकड़ते हैं। क्योंकि उनके एक हाथ या पैर में विकार होता है। जो रीड हड्डी में चोट या कटने की वजह से होता है। कुछ शूटर खड़े होकर तो कुछ बैठकर निशाना साधते हैं।

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