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PNB Scam: मेहुल चौकसी ने छोड़ी भारत की नागरिकता,एंटीगुआ सरकार को सौंपा पासपोर्ट

नई दिल्लीः हीरा व्यापारी मेहुल चौकसी पीएनबी घोटाले के आरोपी ने छोड़ी भारत की नागरिकता। एंटीगुआ सरकार को सौंपा अपना पासपोर्ट। भारत में 14000 करोड़ रुपए का किया घोटाला। अब बन गए एंटीगुआ देश के नागरिक।

नई दिल्लीः हीरा व्यापारी मेहुल चौकसी पीएनबी घोटाले के आरोपी ने छोड़ी भारत की नागरिकता। एंटीगुआ सरकार को सौंपा अपना पासपोर्ट। भारत में 14000 करोड़ रुपए का किया घोटाला। अब बन गए एंटीगुआ देश के नागरिक।

बताते चलें,पीएनबी घोटाले के बाद मेहुल चौकसी भारत छोड़कर यूएस चले गए थे। वहां से एंटीगुआ। भारत और एंटीगुआ सरकार के बीच अभी तक प्रत्यर्पण संधि नहीं है।

Sources: Mehul Choksi has surrendered his Indian passport to High Commission in Guyana. Whenever an Indian citizen acquires foreign nationality he’s expected to surrender his Indian passport. India continues to pursue Choksi’s return with Antigua through diplomatic&legal channels pic.twitter.com/3DSLeHvovh— ANI (@ANI) January 21, 2019

भारतीय परवर्तन निदेशालय ने पीएमएलए अदालत से मेहुल चौकसी को आर्थिक अपराधी भगोड़ा घोषित करने को कहा है।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग

चौकसी के वकील ने मुंबई कोर्ट को बताया की मेहुल अभी खराब स्वास्थ्य के कारण यात्रा करने में असमर्थ है। वकील ने कहा ,अदालत चौकसी का बयान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग जरिए या फिर ईडी के किसी अधिकारी को एंटीगुआ भेजकर ले सकती है। नहीं तो तीन महीने तक इंतजार करे। अगर उनका स्वास्थ्य ठीक हो जाता है तो खुद आकर अपना बयान दर्ज करवा देंगे।

परवर्तन निदेशालय ने चार जनवरी को बताया कि मेहुल चौकसी ने थाईलैंड में गीतांजली ग्रुप की कंपनी का कारखाना लगाया है। ये कारखाना 13 करोड़ रूपये का है और इसके मालिक मेहुल चौकसी हैं।

यह भी उल्लेखनीय है की इंटरपोल ने फरार अरबपति मेहुल चौकसी के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी किया हुआ है। उनके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी होने के बाद चोकसी ने जवाब दिया। उन्होंने ईडी की एफआईआर की वैधता पर सवाल उठाते हुए दावा किया कि उनका पासपोर्ट निरस्त कर दिया गया है। इसलिए वह जांच में शामिल नहीं हो रहा है। चोकसी ने यह भी आरोप लगाया कि घोटाले की मीडिया कवरेज पक्षपातपूर्ण है।

मेहुल चौकसी ने नवंबर 2017 में निवेश कार्यक्रम के तहत एंटीगुआ की नागरिकता हासिल की थी। हेनरी और पार्टनर ने माल्टा कार्यक्रम में निवेश करने वालों को नागरिकता देने में सहायता की थी। एक पासपोर्ट बनाने की कीमत सात करोड़ वसूली गई।

माल्टा की नागरिकता

2017 में ही माल्टा की नागरिकता निवेश कर लेने की प्रक्रिया का पर्दाफाश करने वाली खोजी पत्रकार डाफ्ने गलीजिआ की कार बमबलास्ट में हत्या हुई थी। ये केस भी इस केस जुड़ा हुआ हो सकता है।

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