अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा ने कहा कि भारत के चंद्रयान 2 की हार्ड लैंडिंग हुई थी और इसी दौरान उसका इसरो के कंट्रोल सेंटर से संपर्क टूट गया था।इसरो के नए बयान के अनुसार सबसे जटिल चरण पार कर चूका था विक्रम लैंडर।

अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा ने कहा कि भारत के चंद्रयान 2 की हार्ड लैंडिंग हुई थी और इसी दौरान उसका इसरो के कंट्रोल सेंटर से संपर्क टूट गया था।इसरो के नए बयान के अनुसार सबसे जटिल चरण पार कर चूका था विक्रम लैंडर।

विक्रम लैंडर से संपर्क

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने कहा कि विक्रम लैंडर से संपर्क स्थापित करने में लगी हुई टीम अभी तक भी संपर्क साधने में सफल नहीं हो पाई है। नासा ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि चंद्रयान 2 के विक्रम लैंडर ने 7 सितंबर को चंद्रमा की सतह पर लैंड करने की कोशिश की थी।

हार्ड लैंडिंग

विक्रम की हार्ड लैंडिंग हुई थी। चांद की किसी पर्वतीय जगह पर इसकी लैंडिंग के बाद इसका पता नहीं चल पाया है। नासा ने बयान के साथ-साथ उस जगह की तस्वीरें भी शेयर की हैं जहां विक्रम की हार्ड लैंडिंग हुई थी।

चंद्रयान 2 विक्रम लैंडर

नासा ने अपने ट्विटर हैंडल से इसकी जानकारी देते हुए लिखा ,” हमारे एलआरओ नासा मिशन ने भारत के चंद्रयान 2 विक्रम लैंडर की लैंड करने वाली जगह की तस्वीर ली है। तस्वीरों को धुंधले प्रकाश में लिया गया है, और टीम लैंडर का पता लगाने में सक्षम नहीं थी। अनुकूल प्रकाश व्यवस्था होने के बाद अक्टूबर महीने में और तस्वीरें ली जाएंगी। ”


आपको बता दें ,इसरो प्रमुख के सिवन ने विक्रम लैंडर के बारे में नई जानकारी दी है। उन्होंने कहा ,” हमारा विक्रम लैंडर चंद्रमा की सतह के नजदीक करीब 300 मीटर तक पहुंच गया था। लैंडिंग का सबसे खास और जटिल चरण पार हो चूका था। जब हम मिशन के बिल्कुल अंत में थे तभी हमारा संपर्क टूट गया उसके बाद विक्रम लैंडर का क्या हुआ ,इसका पता हमारी नेशनल लेवल की कमेटी लगा रही है। ”

दरअसल, इससे पहले इसरो ने जानकारी दी थी कि विक्रम लैंडर का संपर्क उस समय टूट गया था जब वह चंद्रमा की सतह से 2.1 किलोमीटर की दुरी पर था।

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