Nipah virus : स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज की अनुसार केरल में निपाह वायरस के 6 मामले सामने आ चुके हैं। निपाह वायरस के संक्रमण के कारण राज्य में दो लोगों की मौत हो चुकी है। निपाह वायरस COVID 19 से भी कहीं अधिक खतरनाक है और सीधा दिमाग पर हमला करता है। जिससे मरीज की मृत्यु हो जाती है।
केरल में निपाह वायरस दस्तक दे चूका है। राज्य में निपाह वायरस के छह मामले दर्ज किए जा चुके हैं। जिनमें से दो की मौत हो चुकी है। वायरस के कहर को देखते हुए केरल सरकार ने राज्य में कई पाबंदियां लगा दी हैं। चिंता की बात यह है कि जो व्यक्ति निपाह से संक्रमित हो चूका है, वह 700 से भी अधिक लोगों के संपर्क में आ चूका है। जिससे केरल में निपाह के संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। राज्य में इस बार निपाह वायरस का जो स्ट्रेन मिला है वह काफी खतरनाक है। यह वायरस सीधा ब्रेन पर अटैक करता है। मृत्यु दर अधिक है और इसका संक्रमण बहुत तेजी से फैलता है। ब्रेन में सूजन आ जाती है जो मौत का कारण बनती है।
सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टर दीपक कुमार के अनुसार, निपाह वायरस सूअर और चमगादड़ से फैलता है। इनके संपर्क में आने से यह वायरस इंसानों में फैलता है। यह खांसी छींक के माध्यम से एक इंसान से दूसरे इंसान में फैलता है। अगर निपाह से संक्रमित कोई चमगादड़ या सूअर किसी फल या सब्जी को खाता है और बाद में इंसान उस सब्जी या फल को खा लेता है तो इससे भी यह वायरस इंसानों में फैलता है। संक्रमित जानवर का मांस खाने से भी यह वायरस इंसानों में फैलता है।
कितना खतरनाक है निपाह वायरस ?
यह वायरस कोरोनावायरस से कहीं अधिक खतरनाक है। COVID 19 फेफड़ों पर अटैक करता है जबकि निपाह वायरस सीधा दिमाग पर हमला करता है। दिमाग पर असर करने के बाद शरीर के कई अंग काम करना बंद कर देते हैं और इंसान की मृत्यु हो जाती है।
निपाह वायरस के लक्षण और बचाव
सिर दर्द, उल्टी आना, बुखार और गले में खराश होना निपाह वायरस के मुख्य लक्षण हैं। इस वायरस के संक्रमण से बचने के लिए कई सावधानियां बरतना बहुत जरूरी है। जैसे संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचना, खराब फलों और सब्जियों के सेवन से बचना, हाथ धोना। यदि लक्षण नजर आएं तो डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।