राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल की गुप्त कश्मीर यात्रा ने अफवाहों को और हवा दे दी है। बताया गया कि एनएसए अजित डोभाल अमरनाथ यात्रा के लिए आए थे। Hu
जम्मू-कश्मीर में ज्यादातर लोगों का मानना है कि आर्टिकल 35 ए को खत्म किया जाएगा। इसी बीच रिपोर्ट आ रही है की जम्मू-कश्मीर के तीन राज्यों जम्मू ,घाटी और लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किए जाने पर विचार किया जा रहा है। एक आम कश्मीरी के लिए इस समय उसकी चिंता राशन,दवाइयां ,खाद्य सामग्री ,चाय दाल और तेल इकट्ठा करना है।
शीर्ष सूत्रों के अनुसार अगले 24 घंटे तक सुरक्षा बलों घाटी में सिकंजा कसने के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया है। एक सरकारी सूत्र ने नाम न बताने की शर्त पर बताया ,”हमने अमरनाथ यात्रियों को घाटी से निकलने के लिए 72 घंटे का समय दिया है। ” घाटी में सिकंजा कसने की खबरों के कारण एटीएम ,मेडिकल स्टोरों और राशन की दुकानों पर काफी भीड़ उमड़ रही है।
हालांकि, राजयपाल सत्यपाल मलिक ने अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है। उन्होंने दो दिन पहले कहा था कि कश्मीर में हमेशा अफवाहें फैलती रहती है। उन्होंने कहा था ,” अगर लाल चौक में किसी की छिनक भी आ जाती है तो मुझे राजभवन में बताया जाता है कि वहां विस्फोट हुआ है। बाकी आप निश्चिंत रहें सब कुक सही और सामान्य है। ”
एनएसए अजित डोभाल के कश्मीर में तीन दिन रुकने के बारे में अधिकारियों ने बताया कि यहां रुकने के दौरान उन्होंने किसी सुरक्षा बैठक में हिस्सा नहीं लिया।
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