Oxfam: रिपोर्ट में कहा गया कि मार्च 2020 के बाद से भारत के 100 अरबपतियों ने जितनी संपत्ति बनाई है। उनमें देश के हर 13.8 मिलियन गरीब लोगों को 94045 रुपए का चेक दिया जा सकता है।
Oxfam की रिपोर्ट
ऑक्सफैम की रिपोर्ट में आय की असमानता का जिक्र करते हुए बताया गया कि महामारी के दौरान रिलायंस जिओ के चेयरमैन मुकेश अंबानी को 1 घंटे में जितनी आमदनी हुई उतनी कमाई करने में एक अकुशल मजदूर को 10000 साल लग जाएंगे।
लाखों लोगों को नही मिला निवाला
रिपोर्ट के अनुसार कोरोनावायरस महामारी पिछले 100 सालों का सबसे बड़ा स्वास्थ्य संकट है और इसके चलते 1930 की महामंदी के बाद सबसे बड़ा आर्थिक संकट पैदा हुआ है।
द इनिक्वालिटी वायरस
ऑक्सफैम की रिपोर्ट ‘द इनिक्वालिटी वायरस’ में कहा गया, ” मार्च 2020 के बाद की अवधि में भारत में 100 अरबपतियों की संपत्ति में 1297822 करोड रुपए की बढ़ोतरी हुई है। इस राशि का वितरण यदि देश के 13.8 करोड सबसे गरीब लोगों में किया जाए तो इनमें से प्रत्येक को 94045 रुपये दिए जा सकते हैं।”
नॉन प्रॉफिट फर्म ऑक्सफैम की रिपोर्ट में कहा गया कि भारत की बढ़ती आर्थिक असमानता कड़वी है। महामारी के दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने 1 घंटे में जितनी संपत्ति बनाई उतना कमाने में एक अकुशल कामगार को 10000 साल लग जाएंगे। वहीं, 1 सेकंड में उन्होंने जितना कमाया है उतना कमाने में कामगारों को 3 साल लगेंगे। बता दें पिछले साल अगस्त महीने में मुकेश अंबानी को दुनिया का चौथा सबसे अमीर आदमी घोषित किया गया था।
ये हैं देश के सबसे अमीर व्यक्ति
रिपोर्ट के मुताबिक मुकेश अंबानी, गौतम अडानी, शिव नादर, साइरस पूनावाला, उदय कोटक ,अजीम जी प्रेमजी, सुनील मित्तल, राधा कृष्ण दमानी, कुमार मंगलम बिरला और लक्ष्मी मित्तल जैसे अरबपतियों की संपत्ति मार्च 2020 के बाद कोरोना महामारी और लॉकडाउन के दौरान बड़ी तेजी से बढ़ी।
दूसरी तरफ अप्रैल 2020 में प्रति घंटे 1.7 लाख लोग बेरोजगार हो गए थे। रिपोर्ट में भारत केंद्रित खंड में बताया गया अरबपतियों की संपत्ति लॉकडाउन के दौरान 35 फीसदी बढ़ गई । भारत अरबपतियों की संपत्ति के मामले में अमेरिका, चीन, जर्मनी, रूस और फ्रांस के बाद छठे स्थान पर पहुंच गया है।