सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक संदेश में कहा जा रहा है कि इस फंड रिलीज आर्डर को रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने जारी किया है। जिसकी एवज में RBI 34500 रूपये मांग रहा है। अगर आप के पास भी ऐसा कोई मैसेज आया है तो सावधान रहिए।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स ,जैसे ,व्हाहट्सएप ,फेसबुक और ट्विटर सहित कई अन्य पर एक संदेश बहुत तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल पत्र में कथित तौर पर फंड रिलीज आर्डर बताया जा रहा है। इस पत्र में कहा जा रहा है कि फंड रिलीज आर्डर को आरबीआई ने रिलीज किया है। इसमें कहा गया है कि फंड रिलीज आर्डर की एवज में रिजर्व बैंक 34500 रूपये मांग रहा है। यह एक लाटरी फंड बताया जा रहा है जिसके लिए लाभार्थी से पैसे मांगे जा रहे हैं।
A "Fund Release Order" purportedly issued by the Reserve Bank of India is asking for a deposit of Rs 34,500 in lieu of releasing the beneficiary's fund from @RBI.#PIBFactCheck:
▶️This letter is #FAKE
▶️RBI does not send any such letters intimating award of lottery funds. pic.twitter.com/lhPiJwIwfN— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) August 4, 2021
केंद्र सरकार की फैक्ट चेक जांच में यह पत्र फर्जी करार दिया गया है और लोगों को सावधान रहने की अपील की गई है। सरकारी विश्वसनीय संस्था प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो ( PIB ) ने इस मैसेज का फैक्ट चेक किया है। इस संदेश के सत्यापन की जांच करने पर पाया गया कि यह एकदम फर्जी है है। रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने ऐसा कोई पत्र जारी नहीं किया है। पीआईबी ने एक ट्वीट करते हुए लिखा ,” यह लेटर फर्जी है। आरबीआई ने अपनी तरफ से ऐसा कोई पत्र जारी नहीं किया है।
क्या मांगी गई है जानकारी
वायरल हो रहे इस पत्र में कहा गया है कि फॉर्म में जो भी जानकारी मांगी गई है ,उसे अनिवार्य रूप में भरना है। यह सभी सूचनाएं लाभार्थियों से जुडी हैं और दो घंटे में फंड रिलीज कर दिया जाएगा। इस फॉर्म में नाम पता ,शहर ,राज्य आदि की जानकारी मांगी गई है। इसी फॉर्म में लाभार्थी की बैंक डिटेल भी मांगी गई है। इसमें बैंक का नाम पता ,आईएफएससी कोड ,ब्रांच और जिप कोड की जानकारी मांगी गई है। इसमें बैंक का पूरा विवरण मांगा गया है। पत्र के अंत लिखा गया है कि फंड रिलीज आर्डर फीस के रूप में लाभार्थी को 34 हजार पांच सौ रूपये चुकाने होंगे। जो नॉन रिफंडेबल हैं। यह पैसा फीस के रूप में रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया को भेजा जाएगा। इस कथित फंड रिलीज आर्डर को पीआईबी ने फर्जी करार देते हुए लोगों को सावधान रहने के लिए आग्रह किया है।