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रोहन बोपन्ना ने पेशेवर टेनिस से लिया संन्यास

Rohan Bopanna ने पेशेवर टेनिस से लिया संन्यास

Rohan Bopanna retires : दिग्गज टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना ने पेशेवर टेनिस से संन्यास की घोषणा की है। 45 वर्षीय बोपन्ना ने अपने 22 साल के शानदार करियर को अलविदा कह दिया।

रोहन बोपन्ना ने टेनिस से लिया संन्यास

भारतीय टेनिस के दिग्गज रोहन बोपन्ना (Rohan Bopanna)  ने 1 नवंबर 2025 को आधिकारिक रूप से पेशेवर टेनिस से संन्यास की घोषणा कर दी। 45 वर्षीय बोपन्ना ने अपने 22 वर्षों के शानदार करियर को अलविदा कहते हुए इंस्टाग्राम पर एक भावुक पोस्ट साझा की। जिसमें उन्होंने कहा, “मैं आधिकारिक रूप से अपना रैकेट लटका रहा हूं। कूर्ग में लकड़ी काटकर अपनी सर्व को मजबूत करने से लेकर दुनिया के सबसे बड़े स्टेडियमों की रोशनी में खड़े होने तक—यह सब अविश्वसनीय लगता है। भारत का प्रतिनिधित्व करना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान रहा है।” यह घोषणा उनके प्रशंसकों के लिए एक भावनात्मक क्षण साबित हुई, क्योंकि बोपन्ना ने न केवल भारत का नाम रोशन किया। बल्कि युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बने।

Rohan Bopanna retires

Rohan Bopanna का अंतिम मैच हाल ही में पेरिस मास्टर्स 1000 में कजाकिस्तान के एलेक्जेंडर बुबलिक के साथ डबल्स में खेला गया था। इस टूर्नामेंट के बाद उन्होंने संन्यास लेने का फैसला किया। इससे पहले, उन्होंने 2024 पेरिस ओलंपिक के बाद भारत के लिए खेलना छोड़ दिया था और 2023 में डेविस कप से भी संन्यास ले लिया था। उनकी पोस्ट में उन्होंने लिखा, “यह एक विदाई है, लेकिन अंत नहीं। टेनिस ने मुझे तब उद्देश्य दिया जब मैं खोया हुआ महसूस कर रहा था।” यह घोषणा सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जहां हजारों प्रशंसकों ने उन्हें बधाई दी और उनके योगदान के लिए धन्यवाद दिया।

रोहन बोपन्ना का तनिश करियर

रोहन बोपन्ना का जन्म 4 मार्च 1980 को कर्नाटक के कूर्ग में हुआ था। एक छोटे से शहर से निकलकर उन्होंने टेनिस की दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई। उनके  शुरुआती दिनों की कहानी बेहद प्रेरणादायक है—वह कॉफी के बागानों में दौड़ लगाते थे स्टेमिना बढ़ाने के लिए और लकड़ी काटते थे अपनी सर्व को ताकत देने के लिए। 2002 में एटीपी टूर पर डेब्यू करने के बाद, उन्होंने 20 से अ: धिक वर्षों तक लगातार संघर्ष किया।

रोहन बोपन्ना की प्रमुख उपलब्धियां

ग्रैंड स्लैम जीतने  वाले चौथे भारतीय

Rohan Bopanna भारत के चौथे खिलाड़ी हैं जिन्होंने ग्रैंड स्लैम खिताब जीता है (अन्य: विजय अमृतराज, महेश भूपति, सानिया मिर्जा)। 2024 में ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतकर उन्होंने इतिहास रचा, जब 43 वर्ष की उम्र में वे पुरुष डबल्स का सबसे उम्रदराज विजेता बने। उनके करियर में 500 से अधिक डबल्स मैच जीतने का रिकॉर्ड भी शामिल है।

रोहन बोपन्ना का भावुक संदेश

अपनी पोस्ट में Rohan Bopanna ने परिवार, कोच, साथी खिलाड़ियों और प्रशंसकों को धन्यवाद दिया। उन्होंने अपनी पत्नी सुप्रिया और बेटी त्रिधा को अपनी ताकत बताया: “तुम्हें मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा।” अपनी बहन रश्मि को “मेरा चीयरलीडर” कहा, जो हमेशा उनमें सबसे अच्छा देखती रहीं। कोचों और पार्टनर्स (जैसे मैथ्यू एब्डेन) को याद करते हुए कहा, “तुम्हारे बिना यह सफर संभव नहीं था।” उन्होंने भारत के प्रति गहरा लगाव जताया: “हर सर्व, हर मैच—मैंने झंडे के लिए खेला, अपने देश के लिए।”

Rohan Bopanna retires: रिटायरमेंट के बाद क्या करेंगे बोपन्ना 

संन्यास के बाद भी Rohan Bopanna टेनिस से दूर नहीं होंगे। वे रोहन बोपन्ना टेनिस अकादमी के माध्यम से युवा प्रतिभाओं को प्रशिक्षित करना जारी रखेंगे और यूटियर (UTR) प्रो टेनिस के साथ साझेदारी में भारतीय टेनिस को मजबूत करेंगे। उन्होंने कहा, “मैं भारत को वापस दूंगा जो इस खेल ने मुझे दिया।”

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