निमिषा प्रिया की सजा टली, शाहरुख खान नहीं इस शख्स ने निभाई अहम भूमिका

Sheikh Abubakr Ahmed: यमन में भारतीय मूल की Nimisha Priya को हत्या के एक मामले में फांसी की सजा का हुक्म दिया गया था , जो अब स्थगित हो गया है। इस मामले में न तो भारत सरकार कुछ ज्यादा कर पाई और न ही बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान। निमिषा की फांसी की सजा को टलवाने में शेख अबूबकर अहमद ने अहम भूमिका निभाई है।

Nimisha Priya की फांसी टली

केरल के पलक्क्ड़ जिले की 38 वर्षीय नर्स यमन की सना जेल में बंद हैं। उनपर 2017 में अपने यमनी बिजनेस पार्टनर तलाल अब्दो महदी की हत्या का आरोप है। यमन की एक अदालत के अनुसार, निमिषा ने अपने पार्टनर महदी को बेहोशी के इंजेक्शन की ओवरडोज देकर मार दिया था। इसके बाद निमिषा और उनकी सहकर्मी हनान ने शव के टुकड़े कर एक टैंक में फेंक दिए थे।

Nimisha Priya case: 2020 में यमनी ट्रायल कोर्ट ने निमिषा प्रिया को फांसी की सजा सुनाई थी। जिसे 2023 में यमन के सुप्रीम कोर्ट ने बरकरार रखा। 2024 में यमन के राष्ट्रपति रशद अल-अलीमी ने मंजूरी दी थी।

Sheikh Abubakr Ahmed: यमन में निमिषा की फांसी टलने के कारण

  • भारत सरकार का प्रयास: भारत सरकार ने यमन के हुती विद्रोहियों वाले प्रशासन के साथ राजनयिक स्तर पर संपर्क किया। विदेश मंत्रालय की तरफ से सॉलिसिटर जनरल ने सुप्रीम कोर्ट में बताया था कि इस मामले में ज्यादा कुछ नहीं किया जा सकता है। हम यमनी अधिकारियों के साथ फांसी टालने की बातचीत कर रहे हैं। एसजी ने अदालत को बताया था कि केवल ब्लड मनी के जरिए ही समझौते की संभावना है।

निमिषा प्रिया की फांसी की सजा टलवाने में अहम भूमिका निभाने वाला शख्स

भारतीय धर्मगुरु, 94 वर्षीय ग्रैंड मुफ़्ती शेख अबूबकर अहमद (Sheikh Abubakr Ahmed)  ने निमिषा प्रिया की फांसी की सजा टलवाने में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने यमन के धार्मिक नेताओं से बातचीत कर इस मामले को सुलझाने में भूमिका निभाई। ग्रैंड मुफ़्ती शेख अबूबकर अहमद ने शरिया कानून के तहत ब्लड मनी विल्कप पर जोर दिया। जिससे फांसी की सजा टालने में मदद मिली।

कौन हैं शेख अबूबकर अहमद, जिन्होंने बचाई निमिषा की जान

निमिषा प्रिया को यमन में फांसी सजा से मुक्ति दिलवाने वाले शेख अबूबकर अहमद भारत के ग्रैंड मुफ्ती हैं। 94 वर्षीय शेख आल इंडिया सुन्नी जमीयतउल उलेमा के महासचिव हैं। उन्हें 24 फरवरी 2019 में ग्रैंड मुफ़्ती चुना गया था।

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इस मामले में शाहरुख खान का कोई सीधा संबंध नहीं है। आज 15 जुलाई को यमनी अधिकारीयों ने 16 जुलाई को निमिषा को दी जाने वाली फांसी की सजा स्थगित कर दी है। यह स्थगन ब्लड मनी पर बातचीत के कारण संभव हुआ है। भविष्य में ब्लड मनी के जरिए ही निमिषा प्रिया की जान बच सकती है।

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