भारतीय टीम के दिग्गज खिलाड़ी रह चुके हैं सुनील गावस्कर
देशभर में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विरोध और समर्थन प्रदर्शन चल रहे हैं। इससे पहले जामिया मिल्लिया यूनिवर्सिटी में भी इसका विरोध हुआ था। जेएनयू में कुछ नकाबपोश लोगों ने हिंसा फैलाई।
भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने सीएए अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा ,” भारत देश भर में छात्रों के विरोध प्रदर्शन से बने मौजूदा हालात से उभर जाएगा, जैसे अतीत में कई संकट की परिस्थितियों से निपटने में सफल रहा है।” आपको बता दें, पिछले कुछ हफ्तों से देश भर में छात्रों का विरोध प्रदर्शन देखने को मिला है।
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ सबसे पहले जामिया मिल्लिया में विरोध प्रदर्शन देखने को मिला है। जबकि जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में कुछ नकाबपोश लोगों ने हिंसा फैलाई। देश के इन्ही हालातों पर क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने छात्रों को नसीहत दी है।यहां जानिए,कैसे मिलती है भारत की नागरिकता और कौन होते हैं नागरिक
सुनील गावस्कर ने 26 वे लाल बहादुर शास्त्री स्मृति व्याख्यान के दौरान कहा ,” देश मुश्किल में है। हमारे कुछ युवा सड़कों पर उतरे हुए हैं। जबकि इन्हें अपनी कक्षा में होना चाहिए। सड़कों पर उतरने के लिए उनमें से कुछ की अस्पताल जाना पड़ा। इनमें से अधिकतर कक्षाओं में हैं। अपना भविष्य बनाने और भारत को सफल बनाने का प्रयास कर रहे हैं। एक देश के रूप में हम तभी आगे बढ़ेंगे जब हम एकजुट होंगे। जब हम सभी सामान्य भारतीय होंगे ,खेल ने हमें यही सिखाया है। ” इस तरह क्रिकेट के दिग्गज सुनील गावस्कर ने देश को आगे बढ़ाने के लिए छात्रों और युवाओं से अपील की है।Video:नागरिकता संशोधन कानून पर विराट कोहली ने दिया बड़ा बयान
RELATED POSTS
View all