Site icon www.4pillar.news

अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचते ही खुशी से नाच उठीं सुनीता विलियम्स, पहले भी बना चुकी हैं ये रिकॉर्ड

अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचते ही खुशी से नाच उठीं सुनीता विलियम्स, पहले भी बना चुकी हैं ये रिकॉर्ड

भारतीय मूल की एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। इससे पहले सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में भगवद गीता और भगवान गणेश की मूर्ति ले जा चुकीं हैं।

अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स अपने क्रूमेंट Butch Wilmore के साथ इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पहुंच चुकी हैं। 59 वर्षीय सुनीता विलियम्स अपने पहले मिशन पर स्पेसक्राफ्ट को ऑपरेट करने वाली पहली महिला अंतरिक्ष यात्री बन गई हैं। इससे पहले सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में भगवद गीता और भगवान गणेश की मूर्ति ले जा चुकी हैं। अब वह अपनी तीसरी अंतरिक्ष यात्रा में इंटरनॅशनल स्पेस स्टेशन पर पहुंच चुकी हैं। अंतराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र में पहुंचने के बाद सुनीता विलियम्स खुशी से नाच उठीं। उन्होंने डांस किया और अन्य अंतरिक्ष यात्रियों को गले लगाया।

घंटी बजाकर हुआ स्वागत

अंतराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र में पहुंचने के बाद सुनीता विलियम्स और बुच विल्मॉर का स्वागत घंटी बजाकर किया गया। सुनीता ने अपनीं ख़ुशी के बारे में बात करते हुए कहा कि चीजों को आगे बढ़ाने के लिए यही तरीका है। उन्होंने अपने कृ मेंबर्स को परिवार का हिस्सा बताते हुए सबका धन्यवाद किया।

26 घंटे के अंतरिक्ष सफर के बाद ISS पहुंचे

बुच विल्मॉर और सुनीता विलियम्स स्टरलाइनर को ऑपरेट करने वाले पहले एस्ट्रोनॉट हैं। उन्होंने फ्लोरिडा के स्पेस स्टेशन से लॉन्च होने के 26 घंटे बाद बोइंग स्पेसक्राफ्ट को ISS से सफलतापूर्वक डॉक किया।

लॉन्च से पहले अमेरिकी अंतरिक्ष केंद्र NASA के दो एस्ट्रोनॉट्स ने स्टरलाइनर की निगरानी की थी। इसमें हीलियम लीक के कारण लॉन्चिंग में एक घंटे की देरी हुई थी। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के रास्ते में चालक दल ने पहली बार स्टरलाइनर को मैन्युल तरीके से ऑपरेट करने जैसे कई परीक्षण किए।

अंतरिक्ष केंद्र में करीब एक सप्ताह रहेंगे

अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुत्च विल्मॉर अंतराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र में करीब एक सप्ताह रहेंगे। जहां, वे कई तरह के वैज्ञानिक प्रयोग करेंगे। वापसी में स्टारलाइनर को धरती पर उतारा जाएगा। आमतौर पर किसी भी स्पेसक्राफ्ट को समुद्र में उतारा जाता है।

बता दें,सुनीता विलियम्स ने एसयूवी के आकार के स्टारलाइनर को डिजाइन करने में भी मदद की थी। उन्होंने ने इस अंतरिक्ष यान का नाम कैलिप्सो रखा।

Exit mobile version