कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए केंद्र सरकार ने अगले तीन महीने तक जनता को विशेष राहत पैकेज देने का ऐलान किया है। इसी बीच आरबीआई गर्वरनर ने भी सभी बैंकों से अगले तीन महीने तक अपने ग्राहकों से EMI नहीं काटने के दिशा–निर्देश जारी किए हैं। जिसके बाद देश के 13 बैंकों ने अगले तीन महीने तक ग्राहकों को ईएमआई में छूट दी है।
लॉकडाउन के दौरान बैंकों द्वारा ईएमआई में छूट लेना ग्राहकों को महगा पड़ने वाला है। छूट देने वाले बैंकों ने स्पष्ट कर दिया कि अगर आप 3 महीने तक की ईएमआई में छूट लेते हैं तो इसका ब्याज भी आपको देना पड़ेगा। दूसरे शब्दों में, अगर आप अगले तीन महीने तक अपनी ईएमआई टालने की सोच रहे हैं तो इसकी कीमत चुकाने के लिए भी तैयार रहें।
स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया ने ये बात अपनी वेबसाइट पर प्रमुखता से समझाई है। स्टेट बैंक ने उदाहरण देते हुए कहा, अगर आपने 6 लाख का ऑटो लोन लिया हुआ है और इसकी 54 महीने की ईएमआई बची है तो आपको तीन महीने तक ईएमआई नहीं देने पर करीब 19 हजार रुपए का अतिरिक्त ब्याज देना होगा। यानी डेढ़ प्रतिशत तक ज्यादा EMI चुकाना पड़ेगी। Coronavirus : लॉकडाउन से घबराएं नहीं, अगले 21 दिन तक जारी रहेंगी ये सेवाएं
यूको बैंक के पूर्व एजीएम जे एल अरोड़ा का कहना है कि अगर बहुत ज्यादा जरूरी न हो तो इस संकट के दौरान ईएमआई चुकाना ही बेहतर विकल्प है। ईएमआई को तभी रोकें जब बहुत ज्यादा जरूरी हो।