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साजिश रचने वाले लाख कोशिश कर लें; मनीष सिसोदिया के साथ दोस्ती पर बोले अरविंद केजरीवाल

साजिश रचने वाले लाख कोशिश कर लें; मनीष सिसोदिया के साथ दोस्ती पर बोले अरविंद केजरीवाल

Arvind Kejriwal Manish Sisodia friendship: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने आंदोलन समय के दोस्त और पूर्व दिल्ली उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को जन्मदिन पर खास अंदाज में बधाई दी है। सिसोदिया फ़िलहाल दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं।

दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया के जन्मदिन पर खास अंदाज में विश किया है। केजरीवाल ने सिसोदिया के साथ अपनी पुरानी दोस्ती का जिक्र करते हुए ट्विटर पर एक फोटो शेयर की है। यह तस्वीर उनकी राजनीती में आने से पहले की है। मनीष सिसोदिया दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं। उन पर दिल्ली की आबकारी निति मामले में घोटाले का आरोप है। फिलहाल जांच एजेंसियां इस मामले की जांच पड़ताल कर रही है।

अरविंद केजरीवाल ने ट्विटर पर लिखा,” ये दोस्ती बहुत पुरानी है। हमारा स्नेह और भरोसा बहुत मजबूत है। जनता के लिए काम करने का ये जूनून बहुत पुराना है। साजिश रचने वाले लाख कोशिश कर लें, ये भरोसा, ये स्नेह और ये दोस्ती कभी नहीं टूटेगी। बीजेपी ने झूठे केस लगाकर मनीष सिसोदिया को पिछले 11 महीने से जेल में रखा हुआ है। लेकिन मनीष इनके जुल्म के आगे डटकर खड़े हैं। इनकी तानाशाही के सामने न अभी तक झुके हैं और न भविष्य में कभी झुकेंगे। तानाशाही के इस दौर में मनीष का साहस हम सबको प्रेरणा देता है। जन्मदिन मुबारक हो मनीष। ”

केजीरवाल के दाए हाथ हैं सिसोदिया

मनीष सिसोदिया को आम आदमी पार्टी के नंबर माना जाता है। आज से लगभग 12 साल पहले आम आदमी पार्टी सत्ता में आई थी। कांग्रेस पार्टी को दिल्ली में हराने के बाद अरविंद केजरीवाल दिल्ली के सीएम बने और मनीष सिसोदिया उपमुख्यमंत्री बने। पिछले साल कथित शराब घोटाला मामले में मनीष सिसोदिया दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं। कई महीने तक बेल न मिलने के कारण मनीष सिसोदिया ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।

कैसे हुई थी दोस्ती ?

अरविंद केजीरवाल ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि मनीष सिसोदिया के साथ उनकी दोस्ती लगभग ढाई दशक पुरानी है।  दोनों पहली बार 1999 में मिले थे। तब से दोनों दोस्त हैं। केजरीवाल ने बताया था कि तब वह इनकम टैक्स विभाग में नौकरी करते थे और भ्रष्टाचार के खिलाफ एक NGO बनाना चाहते थे। सरकारी नौकरी होने के कारण वह इस एनजीओ से सीधे तौर पर नहीं जुड़ सकते थे। उन्होंने एक एनजीओ बनाया। इस एनजीओ के लिए उन्होंने एक विज्ञापन डाला इसे देखकर मनीष सिसोदिया सबसे पहले पहुंचे थे और तबसे दोनों दोस्त हैं। बाद में दोनों अन्ना हजारे आंदोलन से जुड़े और राजनीती में कदम रखा। आंदोलन से लेकर आम आदमी पार्टी के गठन तक में सिसोदिया अरविंद केजरीवाल के साथ कदम से कदम मिलाकर खड़े रहे।

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