पुलिस थाने में दर्ज एफआईआर में कहा गया कि रविवार दोपहर 3:00 बजे के करीब यह घटना हुई जब केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा का बेटा आशीष मिश्रा अपने तीन वाहनों के साथ लगभग 20 लोगों के साथ हथियारों से लैस होकर बनवारीपुर सभा स्थल की ओर बढ़ा। आशीष मिश्रा अपनी थार महिंद्रा गाड़ी में बाई तरफ बैठा था। वही से उसने भीड़ पर गोली चलाई। तभी उसका वाहन प्रदर्शनकारी किसानों में जा घुसा। इस गोलीबारी में किसान गुरविंदर सिंह की मौत हो गई।
एफआईआर में हुआ ये खुलासा
मंगलवार शाम को उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में के अनुसार लखीमपुर खीरी में विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों को कुचलना केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा और उनके बेटे आशीष मिश्रा की सुनियोजित साजिश थी। किसानों की शिकायत के आधार पर दर्ज की गई एफआईआर में कहा गया है की केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और उनका बेटे ने लखीमपुर खीरी में विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों की सभा में पहुंचकर उन पर फायरिंग की थी। जिसमें एक किसान की मौत हो गई थी।
FIR में मंत्री का बेटा अशीष मिश्रा नामित
पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई f.i.r. में हत्या और लापरवाही के आरोप में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री का बेटा अशीष मिश्रा नामित है। फिलहाल आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस ने कहा है कि किसानों के साथ बातचीत, पोस्टमार्टम और हिंसा में मारे गए लोगों के दाह संस्कार सहित कई अन्य कामों में व्यस्त होने की वजह से मंत्री के बेटे की गिरफ्तारी में देरी हुई है।
थाने में दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि किसान रविवार को शांतिपूर्ण काले झंडे लेकर विरोध कर रहे थे, ताकि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा और उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का क्षेत्र का दौरा बाधित हो।
रविवार अपराह्न तीन बजे हुई थी घटना
किसानों द्वारा थाने में दर्ज शिकायत में कहा गया है कि दोपहर 3:00 बजे के करीब यह घटना हुई। जब आशीष मिश्रा अपने तीन वाहनों के साथ लगभग 20 लोगों के साथ हथियारों से लैस होकर बनवारीपुर सभा स्थल की ओर बढ़ रहा था। आशीष अपनी थार महिंद्रा गाड़ी में बाई तरफ बैठा था। वहीं से उसने भीड़ पर गोली चलाई। तभी उसका वाहन लोगों में जा घुसा। गोलीबारी में किसान गुरविंदर की मौत हो गई।
प्राथमिकी में कहा गया कि राज्य मंत्री के बेटे की गाड़ी ने सड़क के दोनों और किसानों को कुचल दिया। जिसके बाद ड्राइवर ने नियंत्रण खो दिया और गाड़ी खाई में लुढ़क गई। जिससे कई लोग घायल हो गए। FIR में कहा गया है कि इसके बाद मंत्री का बेटा गाड़ी से उतरकर अपनी बंदूक से फायरिंग करते हुए गन्ने के खेत में भाग गया था।
इस हिंसा में 5 लोगों की मौत हो गई थी। जिसके बाद उग्र किसानों ने आगजनी की और इस हिंसा में तीन और लोगों की जान चली गई। शुरू में मरने वाले लोगों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण सदमा, चोट और ब्रेन हेमरेज बताया गया है।
मंत्री अजय मिश्रा का इंकार
वहीं केंद्रीय गृह मंत्री राज्य मंत्री अजय मिश्रा और उनके बेटे ने इस बात से इनकार कर दिया है कि वह घटनास्थल पर मौजूद नहीं थे। हालांकि मंत्री ने स्वीकार किया है कि थार महिंद्रा गाड़ी उन्हीं की है। घटना के बाद उन्होंने कहा था कि कार दुर्घटना हो गई क्योंकि लोग काफिले पर पथराव कर रहे थे। जिससे ड्राइवर गाड़ी का नियंत्रण खो गया था। उन्होंने कहा कि वाहन के पलटने से लोग कुचले गए ।