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सर्दियों में करें ये तीन योग आसन

योग चटाई पर बिताया गया एक घंटा नहीं बल्कि यह एक जीवन शैली है। नियमित योग अभ्यास करने से शरीर स्वस्थ रहता है और आयु बढ़ती।

योग चटाई पर बिताया गया एक घंटा नहीं बल्कि यह एक जीवन शैली है। नियमित योग अभ्यास करने से शरीर स्वस्थ रहता है और आयु बढ़ती।

‘एक योगिक जीवन शैली सही आदतें,व्यायाम सांस जागरूकता,भोजन विचार प्रक्रिया और अंतर-व्यक्तिगत संबधों का मिश्रण है।यह विचारशील जीवन को बढ़ावा देता है।’ आइए आपको बताते हैं कि सर्दियों के दौरान कौनसे आसन करने चाहिए।ताकि ठंड के मौसम के प्रतिकूल प्रभाव का मुकाबला किया जा सके।

भस्त्रिका आसन

भस्त्रिका आसन का अभ्यास सांस लेने और सांस छोड़ने के साथ किया जाता है। यह शरीर में ऊर्जा पैदा करता है।शरीर में गर्मी बढ़ता है।भस्त्रिका आसन शरीर में विष निर्माण को साफ करने में मदद करता है। यह आसन फेफड़ों को साफ रखने के साथ-साथ मजबूती भी देता है।

कपालभाती

इस आसन को सांस की आग के रूप में भी जाना जाता है। यह शरीर में अग्नि या अग्नि तत्वों को बढ़ाता है। इसके अलावा यह श्वसन और पाचन प्रक्रिया को बेहतर बनाता है। यह फेफड़ों को साफ करने में मदद करता है। कपालभाती आसन पदार्थों को शरीर से बाहर निकालता है।

धनुरासन

धनुरासन में शरीर को पिछली दिशा में मोड़कर किया जाता है।जिसे धनुष मुद्रा के नाम से भी जाना जाता है। यह न केवल आपकी रीड की हड्डी को मजबूत करने में मदद करता है बल्कि यह श्वसन और पाचन प्रक्रिया में भी सुधार करता है।इस आसन के करने से शरीर खुलता है। यह शरीर की जकड़न से भी मुक्ति दिलाता है। यह आसन रीड की हड्डी में कोमलता को बढ़ावा देने में मदद करता है।

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