संसदीय समिति ने भारतीय अधिकारियों से मिलने से किया मना। ट्वीटर कार्यकारी अधिकारी को समिति के सामने पेश होने के लिए दिया 15 दिन का समय। 25 फरवरी को हो सकती है पेशी।
इससे पहले जैक डोर्सी ने ‘शार्ट नोटिस’ का हवाला देकर समिति के सामने पेश होने से किया था इंकार। ये तीसरी बार है जब सीईओ की पेशी की अवधि बढ़ाई गई।
संसदीय समिति ने ट्विटर के भारतीय अधिकारियों के साथ बात करने से किया इंकार। भाजपा कानूनविद् अनुराग ठाकुर की अगुवाई वाली समिति ने माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर दक्षिणपंथी हैंडल के खिलाफ कथित पूर्वाग्रह की शिकायतों के बारे में जैक डोरसी राय मांगी थी। एक दक्षिणपंथी समूह, यूथ फ़ॉर सोशल मीडिया डेमोक्रेसी, ने हाल ही में आयोजित विरोध प्रदर्शनों का दावा करते हुए कहा कि सोशल मीडिया फर्म सत्तारूढ़ भाजपा कहा कि सोशल मीडिया फर्म सत्तारूढ़ भाजपा और सरकार के लिए सहानुभूति प्रकट करने वाले खातों या छाया-प्रतिबंधों को रोकती है।
आज सोमवार को अपनी बैठक में, पैनल ने ट्विटर के प्रतिनिधियों से मिलने से इनकार कर दिया।जो अधिकारी आए थे और मांग की थी कि इस तरह के गंभीर मुद्दे के लिए फर्म के मुख्य कार्यकारी ही समिति के समक्ष आ कर अपनी सफाई दें।
आपको बता दें ,ट्विटर पहले ही आरोपों से इनकार कर चुका है। कंपनी ने शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा ,“ट्विटर एक वैश्विक मंच है ,जो वैश्विक मंच सार्वजनिक बातचीत का काम करता है। बहस और खुला प्रवचन मंच की सेवा के लिए प्रयासरत