योगगुरु रामदेव ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर अपने खिलाफ दर्ज सभी FIR की कारवाई पर रोक लगाने की मांग की है।
योगगुरु बाबा रामदेव एलोपैथी पर अपने विवादित बयान के बाद लगातार सुर्ख़ियों में बने हुए हैं। बयान वापिस लेने के बाद भी उनकी मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। एलोपैथी चिकित्सा को लेकर उनके द्वारा दिए गए विवादित बयानों के बाद उनके खिलाफ कंई केस दर्ज कराये गए।
बाबा रामदेव ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर करके आईएमए (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) से उनके खिलाफ दायर की गई सभी एफआईआर पर रोक की मांग की है। साथ ही साथ रामदेव ने दूसरे राज्यों में दर्ज केस को दिल्ली ट्रांसफर करने की मांग की है। उनके खिलाफ पटना और रायपुर में भी केस दर्ज हुए हैं।
रायपुर पुलिस ने बाबा रामदेव पर एलोपैथी चिकित्सा और दवाइयों को लेकर गलत जानकारी फैलाने के आरोप में FIR दर्ज की है। यह केस इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की छत्तीसग़ढ यूनिट द्वारा दर्ज कराया गया है।
रायपुर के एक पुलिस अधिकारी द्वारा बताया गया कि पिछले हफ्ते रामदेव के खिलाफ IMA के पदाधिकारी डॉक्टर राकेश गुप्ता और अन्य के कहने पर केस दर्ज किया गया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि अपनी शिकायत में डॉक्टर ने कहा है कि रामदेव की भ्रामक जानकारी और एलोपैथी पर सवाल उठाने से 90 फीसदी से ज्यादा मरीज आशंका की स्थिति में आ जायेंगे और इससे उनकी जान को खतरा हो सकता है।
योगगुरु रामदेव के खिलाफ डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट 2005 के तहत और महामारी को लेकर लापरवाही बरतने के लिए केस दर्ज किया गया है।